अमेरिका मे काम करने के लिए कंप्यूटर प्रोग्रामरों को एच1बी वीजा नहीं मिलेगा. डोनाल्ड ट्रंप सरकार की अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) ने एक नई व्यवस्था दी है जिसके तहत किसी सामान्य कंप्यूटर प्रोग्रामर को अब विशेषज्ञता-प्राप्त पेशेवर नहीं माना जाएगा.
एच1बी कार्य वीजा विशेषज्ञता-प्राप्त पेशेवरों की ही मिलती है. इस कदम का असर एच1बी कार्य वीजा के लिए आवेदन करने वाले हजारों भारतीयों पर पड़ सकता है.
यूएससीआईएस ने कहा है कि प्रवेश के स्तर वाले कंप्यूटर प्रोग्रामर अब सामान्य तौर पर ‘विशिष्ट पेशे’ की सूची में स्थान नहीं पा सकेंगे. यूएससीआईएस ने 31 मार्च को स्पष्ट किया है कि अब कौन सी चीजें ‘विशिष्ट पेशे’ के लिए जरूरी हैं.
इस कदम का असर एक अक्टूबर 2017 से शुरू हो रहे नए वित्त वर्ष के लिए एच1बी कार्य वीजा का आवेदन करने वाले हजारों भारतीयों पर पड़ सकता है. इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है.
यूएससीआईएस की ओर से कहा गया है, ‘कोई व्यक्ति कंप्यूटर प्रोग्रामर के तौर पर कार्यरत हो सकता और वह सूचना-तकनीक कौशल और ज्ञान का इस्तेमाल किसी कंपनी को उसके लक्ष्य को हासिल कराने के लिए कर सकता है लेकिन उसकी नौकरी उसको ‘विशिष्ट पेशे’ के लिए नियुक्त कराने के लिए पर्याप्त नहीं है.’