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इमिग्रेशन आदेश पर ट्रंप के विरोध में उतरे गूगल, फेसबुक और ट्विटर

राष्ट्रपति ट्रंप ने दो दिन पहले सात मुस्लिम बहुल आबादी वाले देशों से शरणार्थियों के अमेरिका आने पर रोक लगा दी थी.

FP Staff

फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने शरणार्थियों पर रोक लगाने के ट्रंप सरकार के फैसले की आलोचना की है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दो दिन पहले सात मुस्लिम बहुल आबादी वाले देशों से शरणार्थियों के अमेरिका आने पर रोक लगा दी थी.

अमेरिकी अखबार द वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा  है कि इस आदेश का असर गूगल पर भी पड़ेगा. भारतीय मूल के पिचाई तमिलनाडु से हैं. उनके मुताबिक ट्रंप के इस आदेश का असर 187 गूगल कर्मचारियों पर पड़ेगा.


गूगल ने दुनिया भर में यात्रा कर रहे अपने कर्मचारियों को वापस अमेरिका बुला लिया है. पिचाई ने कहा कि ट्रंप सरकार के इस आदेश से वो चिंतित हैं. इससे दुनियाभर की प्रतिभाओं के अमेरिका आने में अड़चन होगी.

ट्रंप ने बीते शुक्रवार को एक आदेश जारी किया जिसमें ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन से अमेरिका आने पर रोक लगा दी थी. ट्रंप सरकार के मुताबिक यह कदम कट्टर इस्लामी आतंकियों को अमेरिका से दूर रखने के लिए उठाया गया है.

माइक्रोब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर ने भी अप्रवासी अमेरिकियों के पक्ष में ट्वीट किया है. ट्विटर ने लिखा,‘ट्विटर के बनने में हर धर्म के अप्रवासियों की भूमिका है और हम हमेशा उनके साथ खड़े हैं.’

फेसबुक के संस्थापक और सीईओ मार्क जकरबर्ग ने भी ट्रंप के इस आदेश का विरोध किया है. अपनी फेसबुक पोस्ट में जकरबर्ग ने कहा कि उनके पूर्वज जर्मनी, ऑस्ट्रिया और पोलैंड से अमेरिका आए थे. जबकि उनकी पत्नी प्रिस्सीलिया के माता-पिता चीन और वियतनाम से. अमेरिका अप्रवासियों का देश है और सब को इस पर गर्व होना चाहिए.

जकरबर्ग ने कहा कि वो भी बाकियों की तरह राष्ट्रपति ट्रंप के इस आदेश से चिंतित हैं.