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फ्रांस राष्ट्रपति चुनाव: आगे चले रहे उम्मीदवार हुए हैकिंग के शिकार

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी क्लिंटन ने अपनी हार के पीछे हैकिंग को ही जिम्मेदार ठहराया था

FP Staff

फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार के अंतिम दिन प्रमुख उम्मीदवार इमैनुअल मैक्रों की कैंपेन टीम का दावा है कि वह हैंकिंग अटैक का शिकार हुए हैं.

कैंपेन टीम के दावे के मुताबिक, कई गुप्त दस्तावेज और अकाउंटिंग पेपर्स ऑनलाइन रिलीज कर दिए गए हैं. मैक्रों की टीम का कहना है कि हजारों ईमेल, अकाउंटिंग डाक्युमेंट्स और प्रचार से जुड़ी दूसरी फाइलों को लीक करना लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला है और इसे चुनाव को प्रभावित करने के लिए किया गया है.


फ्रांस में रविवार को चुनाव होने है. इसके लिए शुक्रवार की देर रात को इमैनुअल मैक्रों और दक्षिणपंथी नेता मैरीन ली पेन ने अपने-अपने चुनाव प्रचार अभियान पर विराम लगाया.

मैक्रों की टीम का कहना है कि ऑनलाइन की गई सभी फाइलें कई हफ्ते पहले चोरी कर ली गई थीं. चुनाव प्रचार की शुरुआत से उनके कैंडिडेट पर साइबर अटैक के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके बाद ट्विटर पर #MacronLeaks ट्रेंड करने लगा.

यह पहला मौका नहीं है जब राष्ट्रपति जैसे बड़े चुनाव में हैकिंग का मुद्दा उठा है. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी क्लिंटन ने अपनी हार के पीछे हैकिंग को ही जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने रूस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि यह डॉनल्ड ट्रंप को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है.

मीडिया रिपोर्ट्स और विश्लेषकों के मुताबिक, फिलहाल चुनाव कैंपेन में मैक्रों लीड लेते दिख रहे हैं. ली पेन 38 की तुलना में 62 के साथ वह मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं.