view all

अधिकारों की आजादी के साथ धार्मिक स्वतंत्रता भी जरूरी: हेली

अमेरिकी राजदूत ने धार्मिक स्वतंत्रता की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, 'हमारा मानना है कि अधिकारों की आजादी और लोगों की आजादी के बराबर ही धार्मिक स्वतंत्रता महत्वपूर्ण है'

FP Staff

भारत दौरे पर आईं अमेरिकी राजदूत निक्की हेली का कहना है कि उनकी यात्रा का मकसद दुनिया के दो सबसे पुराने लोकतंत्रों के बीच रिश्ते मजबूत करना है. संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत बनने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है. भारतीय-अमेरिकी मूल की हेली ने भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर के साथ मुगल बादशाह हुमायूं के मकबरे का दौरा किया.


अपनी यात्रा को घर वापसी बताते हुए हेली ने कहा कि लोगों और उनके अधिकारों की स्वतंत्रता की तरह ही धार्मिक स्वतंत्रता भी महत्वपूर्ण है. हुमायूं के मकबरे के संरक्षण की प्रशंसा करते हुए हेली ने कहा, 'हुमायूं का मकबरा इस बात की याद दिलाता है कि भारत संस्कृति की कितनी कद्र करता है.' उन्होंने धार्मिक स्वतंत्रता की जरुरत पर जोर देते हुए कहा, 'हमारा मानना है कि अधिकारों की आजादी और लोगों की आजादी के बराबर ही धार्मिक स्वतंत्रता महत्वपूर्ण है.'

मजबूत होंगे रिश्ते

भारत-अमेरिका संबंधों के बारे में निक्की ने कहा दोनों देश सबसे पुराने लोकतंत्र हैं. हेली ने कहा, 'हम अमेरिका और भारत के बीच होने वाली बैठकों को संबंध बनाने के मौके के तौर पर देखते हैं.'

उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच कई चीजें एक जैसी हैं और उनकी यात्रा का मकसद इस दोस्ती को और मजबूत बनाना है. अमेरिकी राजनयिक ने कहा, 'आज हम भारत और अमेरिका के लिए एक साथ आने के कई कारण देखते हैं. मैं भारत के लिए हमारे प्यार, भारत और अमेरिका की दोस्ती में हमारे विश्वास और इस रिश्ते को और मजबूत बनाने के लिए यहां आई हूं.'

(भाषा इनपुट के साथ)