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इजरायल में मोदी: ये पांच मुद्दे हैं भारत-इजरायल संबंधों का केंद्र

भारत और इजरायल के बीच आपसी संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं

FP Staff

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजरायल के दौरे पर हैं. किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला इजरायल दौरा है. दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में आपसी साझेदारी है. इंडियास्पेंड के मुताबिक भारत और इजरायल के बीच साझेदारी के पांच मुख्य बिंदु हैं. जानिए ये क्षेत्र कौन-कौन से हैं और वर्तमान में उन मामलों में क्या हालत है-

रक्षा: भारत इजरायली हथियारों का सबसे बड़ा ग्राहक है. साथ ही इजरायल भारत के लिए हथियारों का तीसरा सबसे बड़ा स्रोत है.


भारत और इजरायल के बीच रक्षा संबंध की  शुरुआत 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान इजरायल के सहयोग से हुई. 1967 में भारत ने भी इजरायल की मदद की.

1999 में जब देश के पास तोपों की कमी थी तब इजरायल ने भारत की मदद की थी. भारत ने अपने ज्यादातर UAV इजरायल से ही खरीदे हैं. इसी साल अप्रैल में दोनों देशों ने दो अरब डॉलर की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल सिस्टम की डील की थी.

कूटनीति: प्रधानमंत्री मोदी से पहले कई भारतीय नेताओं ने इजरायल का दौरा किया है. हालांकि किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली इजरायल यात्रा है.

भारत के पूर्व गृहमंत्री लाल कृष्ण आडवानी, पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इजरायल का दौरा कर चुके हैं.

इसके अलावा दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों के 25 साल पूरे होने के अवसर पर INS आदित्य और INS मुंबई जैसे भारतीय युद्धपोतों ने इजरायल के हैफा बंदरगाह का दौरा किया था.

कृषि: भारत ने हॉर्टिकल्चर तकनीक, संरक्षित खेती, नर्सरी प्रबंधन और माइक्रो-इरीगेशन के मामले में इजरायल से काफी लाभ उठाया है. हरियाणा और महाराष्ट्र ने इससे खास तौर से फायदा उठाया है. हर साल लगभग 20,000 से ज्यादा किसान हरियाणा के करनाल स्थित कृषि केंद्र पर पहुंचते हैं. यहां की नर्सरी में सब्जियों के हाइब्रिड बीज मिलते हैं.

इंडो-इजरायल एग्रीकल्चर प्रोजेक्ट पर एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसके जरिये पांच से दस गुना तक उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है. साथ ही खेती में पानी, कीटनाशक और उर्वरकों के इस्तेमाल में भी गिरावट आई है.

जल प्रबंधन: पिछले महीने भारत और इजरायल ने जल संरक्षण के मुद्दे पर MoU पर दस्तखत किये थे.

इजरायल ने जल प्रबंधन तकनीक में महारत हासिल की है. वहां पानी के बेहद कम स्रोत होने पर पर भी वह अपनी पानी की जरूरतें पूरी कर लेता है.

व्यापार: भारत और इजरायल के बीच वित्तीय वर्ष 2016-17 में 5 अरब डॉलर का व्यापार था. भारत इजरायल को 1 अरब डॉलर से ज्यादा मूल्य के खनिज इंधन और तेल निर्यात करता है.

इजरायल से भारत लगभग 1.11 अरब डॉलर के मोती, कीमती पत्थर इत्यादि आयात करता है. कुल व्यापार का 54 फीसदी सिर्फ हीरों का होता है. कई भारतीय व्यापारियों ने इजरायली डायमंड एक्सचेंज में अपने कार्यालय खोले हैं. हालांकि कई इजरायली व्यापारी भारत में व्यापार में कठिनाइयों का आरोप लगते हैं.