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डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस से किसे निकाला गया और कौन निकला?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यभार संभालते ही कई लोगों को वरिष्ठ पदों से या तो इस्तीफा देना पड़ा है या तो उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है

Nitesh Ojha

जनवरी 2017 में डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभाला. इसके बाद से ही अमेरिका के कई बड़े प्रशासनिक अधिकारियों को या तो पद छोड़ना पड़ा. या उन्हें निकाल दिया गया. यह लिस्ट बहुत लंबी है. आइए जानते हैं कि किन-किन अधिकारियों को इस कार्रवाई का सामना करना पड़ा.

निक्की हेली (संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत)


निक्की हेली

इस लिस्ट में सबसे ताजा नाम है संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत रही निक्की हेली का. निक्की ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. जिसे राष्ट्रपति ट्रंप ने कबूल भी कर लिया. दरअसल हेली साल 2017 में इस पद पर नियुक्त की गई थीं. इससे पहले वह साउथ कैरोलाइना की गवर्नर थीं.

साउथ कैरोलाइना के गवर्नर पद पर रहते हुए उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों की जमकर आलोचना की थी. भारतीय मूल की निक्की हेली जब संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत पद पर नियुक्त हुई थी तब लोगों को काफी हैरानी हुई थी. दरअसल उन्होंने 2016 राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्रंप की कई बार आलोचना की थी. ऐसे में उनकी नियुक्ति पर लोग हैरान रह गए थे.

रेमंड मैकमास्टर (पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार)

लेफ्टिनेंट जनरल हरबर्ट रेमंड मैकमास्टर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने माइकल फ्लिन के इस्तीफे के बाद लेफ्टिनेंट जनरल हरबर्ट रेमंड मैकमास्टर को अपना नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया था. जिसके बाद अप्रैल 2018 में मैकमास्टर ने भी एनएसए पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके बाद जॉन बॉल्टन को नया एनएसए बनाया गया.

मैकमास्टर को फरवरी 2017 में नया एनएसए नियुक्त करते हुए ट्रंप ने उन्हें एक अनुभवी और प्रतिभाशाली व्यक्ति बताया था. मैकमास्टर एनएसए बनने के पहले आर्मी कैपेबिलिटीज इंटेग्रेशन सेंटर के निदेशक थे. एनएसए पद से इस्तीफा देने के साथ ही उन्होंने सेना से भी इस्तीफा दे दिया था.

माइकल फ्लिन (पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार)

माइकल फ्लिन

ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद ही माइकल फ्लिन के एनएसए चीफ बनने के कयास लगाए जाने लगे थे. दरअसल फ्लिन और ट्रंप के विचार एक जैसे ही माने जाते रहे हैं. माइकल फ्लिन को ट्रंप समर्थक के तौर पर देखा जाता रहा था. ट्रंप ने उन्हें राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद जनवरी 2017 में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया था.

ये वही माइकल फ्लिन हैं जिन्होंने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को उनकी आईएसआईएस को नेस्तानाबूद करने की नीतियों पर झूठा ठहराया था. फ्लिन ने मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के बगल में बैठकर भाषण भी दिया था. हालांकि फ्लिन को राष्ट्रपति चुनावों के दौरान हस्तक्षेप के आरोपों के चलते एनएसए पद पर नियुक्त होने के महज महीने भर बाद ही फरवरी 2017 में इस्तीफा देना पड़ा था.

जेम्स कोमी (पूर्व एफबीआई निदेशक)

जेम्स कोमी

पूर्व एफबीआई निदेशक जेम्स कोमी को ट्रंप ने मई 2017 में बर्खास्त कर दिया था. कॉमी 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस के हस्तक्षेप के मामले की जांच करने वालों में प्रमुख थे. कोमी के निष्कासन के बाद लोगों को लग रहा था कि यह ट्रंप द्वारा जांच को प्रभावित करने के लिए उठाया गया कदम है.

बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में हारने के बाद हिलेरी क्लिंटन ने भी कोमी को ही जिम्मेदार ठहराया था. दरअसल चुनावों को ठीक पहले कोमी ने कहा था कि क्लिंटन के विदेश मंत्री रहते हुए निजी सर्वर से ईमेल भेजने के मामले की फिर से जांच हो रही है. माना जाता है कि इससे उन्हें (हिलेरी को) चुनावों में काफी हानि पहुंची थी.

रेक्स टिलरसन (पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री)

रेक्स टिलरसन

टेक क्षेत्र के दिग्गज एक्सोन मोबिल के पूर्व प्रमुख रेक्स टिलरसन को फरवरी 2017 में अमेरिका का विदेश मंत्री नियुक्त किया गया था. हालांकि उनके और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच कई मामलों पर मतभेद होने के चलते उन्हें अपना यह पद गंवाना पड़ा.

टिलरसन को मार्च 2018 में अमेरिकी विदेश मंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया गया और उनकी जगह सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) प्रमुक माइक पॉम्पियो को नियुक्त किया गया. हालांकि ट्रंप ने पॉम्पियो की नियुक्ति के दौरान टिलरसन के कार्यकाल की भी तारीफ की थी.