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भारत के लिए डोनाल्ड ट्रंप की जीत के क्या हैं मायने

डोनाल्ड ट्रंप कहते रहे हैं कि वह भारत से अमेरिकी नौकरियों का वापस लाएंगे.

Pawas Kumar

अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति का फैसला हो गया है. भारत के लिए ट्रंप का राष्ट्रपति चुना जाना क्या मायने रखता है? इस सवाल का जवाब दे पाना बेहद कठिन है.

डोनाल्ड ट्रंप 'अमेरिका को फिर से महान बनाने' के नारे के साथ जीते हैं. लेकिन ट्रंप असल में क्या करेंगे और जीतने के बाद उनकी नीतियां क्या होंगी, यह इतना अस्पष्ट और अधकचरा है कि उनके आधार पर भविष्य के संबंधों पर चर्चा करना मुश्किल है.


अधिक से अधिक ट्रंप के अब तक के आचरण, कुछ बयानों और दावों के आधार पर कयास भर लगाए जा सकते हैं.

भारत-अमेरिका संबंध

जॉर्ज बुश और बराक ओबामा के राष्ट्रपति रहते हुए भारत और अमेरिका के संबंध मधुर रहे हैं. जॉर्ज बुश के समय भारत ने अमेरिका के साथ सिविल न्यूक्लियर डील की. ओबामा के समय रिश्ते बुश काल की ऊंचाइयों तक तो नहीं पहुंचे लेकिन दूरियां बढ़ी भी नहीं.

डोनाल्ड ट्रंप ने वैसे तो भारत की तारीफ की है लेकिन साथ ही वह यह भी कहते रहे हैं कि वह भारत से अमेरिकी नौकरियों का वापस लाएंगे. अगर ट्रंप इस वादे पर अमल करते हैं तो भारत को बड़ा नुकसान हो सकता है.

ट्रंप ने आईएसआईएस और अन्य आतंकी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है. अगर उनके नेतृत्व में अमेरिका इस लड़ाई में आगे बढ़ता है तो भारत को मदद मिलेगी.

हालांकि ट्रंप अफगानिस्तान से बाहर निकलने की बात भी कर चुके हैं, जो इस क्षेत्र की स्थिरता के लिए खतरा हो सकता है.

इमिग्रेशन पर रुख

इमिग्रेशन पर ट्रंप का रुख उनके चुनाव प्रचार के सबसे बड़े मुद्दों में रहा है. अगर ट्रंप ने H1B1 वीजा पर कड़ा रुख अपनाया तो भारत की आईटी कंपनियों पर खराब असर पड़ेगा.

ट्रंप के जीतने की संभावना बनते ही बाजारों के गिरने से इसके संकेत भी मिल गए हैं. वैसे ट्रंप ने अपनी जीत की स्पीच में भी कहा है कि वह कुशल कामगारों का स्वागत करेंगे.

चीन-पाकिस्तान पर रुख

डोनाल्ड ट्रंप लगातार चीन की आलोचना करते रहे हैं. अगर अमेरिका चीन के खिलाफ रुख कड़ा करता है तो सीधा लाभ भारत के हिस्से आएगा.

ट्रंप ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए उसे क्षेत्र का सबसे खतरनाक देश बताया है. भारत अपील करता रहा है कि अमेरिका पाकिस्तान को मदद बंद करे. ट्रंप के आने से उसके इस रुख को जोर मिलेगा.

अधिकतर लोगों के लिए डोनाल्ड ट्रंप चुना जाना आश्चर्यजनक और अप्रत्याशित है. भारत की सरकार इसके लिए कितनी तैयार थी यह देखना भी रोचक होगा.