अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर बुधवार को पहली बार ‘स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस’ किया. ट्रंप ने अपने संबोधन में अपनी सरकार की तारीफ की और कहा, 'अमेरिकी नागरिक दुनिया में सबसे ज्यादा सुरक्षित हैं. अमेरिका और मजबूत हुआ है क्योंकि अमेरिकी लोग मजबूत हैं.'
ट्रंप ने कहा कि हमने अमेरिका को और महान बनाने के लिए कदम उठाए हैं. ट्रंप ने दावा किया कि 45 साल में बेरोजगारी सबसे कम हुई है, जिसका मुझे गर्व है. अमेरिकी-अफ्रीकियों में भी बेरोजगारी सबसे कम है. अमेरिकी हिस्पैनिक में भी इतिहास में बेरोजगारी सबसे कम है.
'ट्रंप ने कहा कि वो देश को व्यापक विभाजनकारी स्थिति से बाहर निकालना चाहते हैं.'
ट्रंप ने कहा, 'मैंने पहले दिन ऑफिस में आते ही अमेरिका को महान बनाने के लिए काम किया. हमने एकाधिकार वाले 'ओबामा केयर' को खत्म किया.'
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'मैं अपने देश का एकजुट देखना चाहता हूं. मैं अपने देश को व्यापक विभाजनकारी स्थिति से बाहर निकालना चाहता हूं, जो सिर्फ एक साल में नहीं हुआ है, बल्कि कई वर्षों में हुआ है, सिर्फ ओबामा नहीं बल्कि बुश के शासनकाल से. आप बुश के शासनकाल पर नजर डालें. आप क्लिंटन के शासनकाल पर नजर डालें.’
अपने पहले ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ संबोधन से पहले ट्रंप ने न्यूज चैनलों के एंकरों के एक समूह के साथ बातचीत की.
उन्होंने कहा कि भिन्न विचारों के बीच देश को एकजुट करना आसान नहीं होगा.
ट्रंप ने कहा कि विभाजनकारी स्थिति हमारे देश में पिछले साल से नहीं बल्कि कई वर्षों से बनी हुई है. मुझे लगता है कि हम अपने देश को एकजुट कर पाए तो यह हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि होगी. हालांकि यह आसान नहीं होगा क्योंकि हमारे देश में विभिन्न विचार मौजूद हैं.
ट्रंप ने आतंकवाद पर कहा कि वो सिर्फ अपराधी नहीं हैं. वो गैरकानूनी मानवता के शत्रु हैं. अमेरिका से बाहर जहां कहीं भी उन्हें पकड़ा जाए उनके साथ आतंकवादियों जैसा सलूक हो.
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, 'दुनिया से ISIS के खत्म होने तक उसके खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी.'
नॉर्थ कोरिया के मिसाइल कार्यक्रम का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा कि किसी भी सत्ता ने अपने ही लोगों का उतनी क्रूरता से शोषण नही किया जितना नॉर्थ कोरिया ने किया है. नॉर्थ कोरिया की मिसाइल जल्दी ही अमेरिका के लिए भी खतरा बन सकता है.
ट्रंप ने कहा, 'हम एक ऐसा कैंपेन चला रहे हैं जिससे उस पर (नॉर्थ कोरिया) दबाव बन सके और हम ऐसा होने से रोक सकें.'