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अयोध्या में तो नहीं, थाईलैंड के अयुथ्थ्या में जरूर बन रहा है भव्य राम मंदिर

राम जन्मभूमि निर्माण न्यास ट्रस्ट थाईलैंड के अयुथ्थ्या में एक भव्य राम मंदिर का निर्माण जरूर करा रहा है

FP Staff

जहां देश में एक और अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा अभी सुप्रीम कोर्ट में पड़ा है और अगले साल मंदिर निर्माण के दावे किए जा रहे हैं. वहीं राम जन्मभूमि निर्माण न्यास ट्रस्ट थाईलैंड के अयुथ्थ्या में एक भव्य राम मंदिर का निर्माण जरूर करा रहा है.

एनडीए की खबर की मुताबिक, बुधवार को यहां भूमि पूजन के बाद मंदिर की नींव रख दी गई. इसकी जानकारी न्यास के एक पदाधिकारी ने दी. पदाधिकारी ने कहा कि इस मंदिर का उद्देश्य भारत से बाहर भगवान राम के संदेश प्रसारित करना है.


न्यास ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जन्मेजय शरण ने बताया, 'जैसा कि अभी अयोध्या में मंदिर निर्माण का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में है. हम राम भक्तों ने यहां अयुथ्थ्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया है. भूमि पूजन होने के बाद अयुथ्थ्या में राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत कर दी गई है.'

शरण ने कहा कि थाईलैंड का ये मंदिर भारत को विश्वगुरू के रूप में स्थापित करेगा. उन्होंने कहा कि 'हम उम्मीद करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट में जल्द ही फैसला हमारे पक्ष में आएगा और हम मंदिर निर्माण शुरू करेंगे. उम्मीद है कि 2019 के कुंभ के पहले अयोध्या में निर्माण शुरू हो जाएगा. अयुथ्थ्या का ये मंदिर हमारी राह आसान करेगा.'

बता दें कि इस मंदिर का निर्माण चाओ फ्रया नदी के किनारे हो रहा है. ये नदी बैंकॉक के बिल्कुल बीच से होकर गुजरती है. कहा जाता है कि पंद्रहवीं सदी में थाईलैंड की राजधानी का नाम अयुथ्थ्या था, जिसे स्थानीय भाषा में अयोध्या कहा जाता था.

18वीं सदी में जब बर्मा के सैनिकों की संख्या शहर में काफी ज्यादा हो गई थी, तब एक राजा का उदय हुआ था. उसने खुद का नाम राम रखा. उसने आज के बैंकॉक शहर को बसाया और थाईलैंड की मशहूर रामाकिन (रामायण) लिखी और इसे राष्ट्रीय महाकाव्य बना दिया. उसी राजा ने शाही परिवार की ओर से संरक्षण में लिए गए बुद्ध के मंदिर में इस रामायण की कहानियों के भित्ति चित्र बनवाए.