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डोकलाम विवाद: चीन ने उत्तराखंड और कश्मीर में घुसने की दी धमकी

भारत और चीन के बीच पिछले 50 दिनों से गतिरोध चल रहा है

FP Staff

डोकलाम में गतिरोध को लेकर चीन की धमकियां अब भी बंद नहीं हो रही हैं. इस बार भारत के गतिरोध खत्म करने के सुझाव पर चीन ने फिर से धमकी दे डाली.

भारत ने सुझाव दिया था कि दोनों देश डोकलाम से एक साथ अपनी सेनाएं हटा लें. लेकिन, चीन ने मंगलवार को इस सुझाव को मानने से इनकार करते हुए कहा कि नई दिल्ली क्या करेगी अगर वह उत्तराखंड कालापानी या कश्मीर में घुस जाए.


भारत और चीन के बीच पिछले 50 दिनों से गतिरोध चल रहा है. डोकलाम चीन और भूटान के बीच का विवादित क्षेत्र है. चीन ने इस क्षेत्र में सड़क निर्माण की कोशिश की थी जिसका भूटान ने विरोध किया था. भूटानीज सेना की मदद के लिए पहुंची भारतीय सेना और चीनी सेना अब आमने-सामने बनी हुई हैं.

चीन के विदेश मंत्रालय में सीमा और सागर मामलों की उप महानिदेशक वांग वेनली ने कहा, 'अगर एक भी भारतीय जवान एक दिन के लिए भी रहता है तो तब भी यह हमारी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है.' वांग ने ये बातें भारतीय मीडिया डेलिगेशन के समक्ष कहीं जिनकी यात्रा डोकलाम गतिरोध पर चीन के रुख पर सरकारी अखिल चीन पत्रकार एसोसिएशन (एसीजेए) द्वारा प्रायोजित किया गया था.

इस समय बातचीत नामुमकिन

वांग ने कहा, 'इस समय पर भारत के साथ बातचीत नामुमकिन है. हमारे लोग सोचेंगे कि उनकी सरकार अक्षम है. जब तक भारतीय सेना पीछे नहीं हटती तब तक हमारे बीच कोई स्थायी बातचीत नहीं हो होगी. सीमा पर वर्तमान संकट को खत्म करने का एक ही तरीका है कि भारत सेना डोकलाम से पीछे हट जाए.'

वांग ने भारत पर तीखा हमला करते हुए कश्मीर और उत्तारखंड में भारत और नेपाल के बीच कालापानी विवाद का भी मसला उठाया. उन्होंने कहा कि भारत का डोकलाम में ट्राई-जंक्शन की बात कहना सही नहीं है. भारत के भी कई ट्राई-जंक्शन हैं. अगर चीन इसी कारण के साथ कालापानी में चीन, भारत और नेपाल के ट्राई-जंक्शन या यहां तक कि कश्मीर क्षेत्र में में प्रवेश करता है तो क्या होगा.

हालांकि, चीन पहले भी कश्मीर को लेकर धमकिायां दे चुका है. वहीं, भारत का कहना है कि चीन को विवादित क्षेत्र पर सड़क बनाने का अधिकार नहीं है और भारतीय सेना भूटानीज सेना की मदद के लिए डोकलाम में मौजूद है.

(साभार न्यूज़ 18)