तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा पर चीन ने कठोर टिप्पणी की है. चीन ने दलाई लामा को नाटकबाज और झूठा करार दिया है. चीन की यह टिप्पणी दलाई लामा के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने चीन के कुछ कट्टरपंथियों के लिए कहा था कि, 'उनके दिमाग के कुछ पुर्जे गायब हैं.'
दलाई लामा हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में रहते हैं. उन्होंने धर्मशाला में ही अमेरिकी कॉमेडियन जॉन ऑलिवर को दिए अपने इंटरव्यू में चीनी कट्टरपंथी नेताओं की दिमागी हालत पर टिप्पणी की थी. इसके अलावा, उन्होंने अपने पुनर्जन्म पर भी शंका जाहिर की थी.
फिर बिफरा है चीन
दलाई लामा के इंटरव्यू पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि, 'हम अक्सर कहते हैं कि चौदहवें दलाई लामा राजनीतिक निर्वासन में रहते हैं. जो धार्मिक कपड़े पहनते हैं ताकि वह चीन के खिलाफ अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा दे सकें.'
गेंग ने यह भी कहा कि, 'ऐसा प्रतीत होता है कि दलाई लामा ने यह इंटरव्यू मनोरंजन कार्यक्रम के लिए दिया है. उनके द्वारा की गई टिप्पणी मजाकिया और हास्यास्पद लगती है. हमें अब लगता है कि वह नाटकबाजी में काफी अच्छे हैं और काफी झूठे हैं.'
नोबल पुरस्कार पाने वाले दलाई लामा को चीन तिब्बती अलगाववादी नेता मानता है. तिब्बत की आजादी की मांग उठाने वाले दलाई लामा लंबे समय से भारत में राजनीतिक निर्वासन के तौर पर रह रहे हैं.