view all

पाकिस्तान में सैन्य अड्डा निर्माण योजना से चीन का इनकार

विदेशी अखबारों में हाल ही में ऐसी खबरें छपी थीं कि चीन रणनीतिक समुद्री मार्गों पर अपनी समुद्री क्षमताएं बढ़ाने के प्रयास के तहत अपने दूसरे विदेशी सैन्य अड्डे के निर्माण को लेकर पाकिस्तान के साथ बातचीत कर रहा है

Bhasha

चीन ने अटकलें लगाने वाली इन खबरों को खारिज किया कि वह पाकिस्तान के बलूचिस्तान में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण चाबहार बंदरगाह के करीब जिवानी में एक सैन्य अड्डे का निर्माण करने की योजना बना रहा है. इस बंदरगाह को भारत, ईरान और अफगानिस्तान द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया जा रहा है.

खबरों के अनुसार, पाकिस्तान चीन को जिवानी में सैन्य अड्डा बनाने की अनुमति दे सकता है. जिवानी बीजिंग द्वारा विकसित किए जा रहे ग्वादर बंदरगाह के भी करीब है.


‘द ग्लोबल टाइम्स’ ने ‘वाशिंगटन टाइम्स’ की खबर के हवाले से कहा कि चीन रणनीतिक समुद्री मार्गों पर अपनी समुद्री क्षमताएं बढ़ाने के प्रयास के तहत अपने दूसरे विदेशी सैन्य अड्डे के निर्माण को लेकर पाकिस्तान के साथ बातचीत कर रहा है.

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने इस रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर मीडिया से कहा, ‘आप जिस बारे में बात कर रहे हैं, मुझे उसकी जानकारी नहीं है’. चीन और विदेशी मीडिया ने कहा है कि पाकिस्तान ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 1 जनवरी को आलोचनात्मक ट्वीट के जवाब में चीन को अहम स्थान का प्रस्ताव दिया है.

चीन के मीडिया ने अटकलें लगाईं कि पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाने के ट्रंप के प्रयास उसे चीन के करीब ला सकते हैं. क्योंकि बीजिंग 50 अरब डालर के चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) के तहत देश में कई परियोजनाओं में शामिल है.

चीन के विश्लेषकों का कहना है कि जिवानी अड्डा चीन के लिए जरूरी नहीं है क्योंकि फिलहाल उसके पास ग्वादर है.