कैलिफोर्निया के जंगलों में लगी भीषण आग की चपेट में आए पैराडाइज शहर में बड़े पैमाने पर हवाई टैंकरों और हेलीकॉप्टरों की मदद से लगभग 9,000 फायरफाइटर आग पर काबू पाने के लिए लगातार जूझ रहे हैं.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक इस आग में 56 लोगों की मौत हुई है. अमेरिका के इतिहास के सबसे भयावह इस जंगली आग में अब तक 130 लोग लापता हो गए हैं.
इनमें ज्यादातर बुट्टे काउंटी में आने वाले पैराडाइज शहर के लोग शामिल हैं, जो इस भीषण जंगली आग के चपेट में आने से पूरी तरह से तबाह हो चुका है. पूरा शहर खाली हो चुका है. यहां आग ने इतनी तबाही मचाई है कि अब इस शहर को फिर से बसाना होगा. अधिकारियों ने इसे ‘कैंप फायर’ की संज्ञा दी है.
सिएरा नेवादा पहाड़ों की तलहटी में बसा करीब 26,000 की आबादी वाला यह शहर पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है. शेरिफ ऑफिस की ओर से जारी की गई लापता लोगों की लिस्ट में ज्यादातर बुजुर्ग लोग शामिल हैं.
अमेरिकी इतिहास के सबसे घातक आग में कम से कम 56 लोगों की जान जा चुकी है. बड़े पैमाने पर बचाव अभियान जारी है.
बुटे काउंटी के शेरिफ कोरी होनिया ने बताया कि तलाश व बचाव अभियान के 461 कर्मियों और 22 खोजी कुत्तों को लापता लोगों की तलाश में लगाया गया है और मृतकों की पहचान के लिए डीएनए जांच की जा रही है.
होनिया ने कहा कि जिसे भी अपने परिवार के सदस्य के मरने की आशंका है वह गुरुवार सुबह से अपने डीएनए का नमूना दे सकता है.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी एक ट्वीट के जरिए जानकारी दी कि वो लगातार इस बचाव अभियान पर नजर रख रहे हैं. उन्होंने इस स्थिति से जूझ रहे फायरफाइटर्स और मदद कर रहे लोगों को शुक्रिया भी कहा.
लेकिन इस आग के शुरू होने पर ट्रंप ने कैलिफोर्निया की निंदा की थी, जिसके वजह से उनकी आलोचना हुई थी. उन्होंने कहा था कि कैलिफोर्निया में आग लगने के लिए बेकार फॉरेस्ट मैनेजमेंट जिम्मेदार है. इस पर लोगों ने कहा था कि ये संवेदना जताने और मदद करने का वक्त है, न कि आरोप लगाने का.