अमेरिका में बसे भारतीय-अमेरिकियों ने ग्रीन कार्ड के बड़ी संख्या में लंबित मामलों के प्रति जागरूकता लाने के मकसद से एक अभियान शुरु किया है. समुदाय का कहना है कि उच्च कौशल से लैस 3 लाख भारतीय आवेदनकर्ता इससे प्रभावित हो रहे हैं.
हाल में गठित समूह जीसी रिफॉर्म्स डॉट ओआरजी के मुताबिक वर्तमान नियम के तहत प्रति देश सीमा के चलते भारत से आए कुशल आव्रजकों को ग्रीन कार्ड के लिए 25 से 92 वर्ष तक का इंतजार करना पड़ता है.
व्हाइट हाउस ने अपने आव्रजन (इमिग्रेशन) सुधार सुझाव कांग्रेस को भेजा इसके बाद ही इस राष्ट्रव्यापी इस अभियान की घोषणा हुई.
समूह के अध्यक्ष सम्पत शिवांगी ने कहा, ‘आव्रजन मुद्दों से जुड़े फिजिशियन समूहों को हम समर्थन दे रहे हैं. बल्कि असमंजस में फंसे अन्य पेशेवरों और इंजीनियरों के लिए निष्पक्ष ग्रीन कार्ड आवंटन प्रक्रिया का भी समर्थन करते हैं.’
जीसी रिफार्म्स डॉट ओआरजी की ओर से जारी एक बयान में संगठन के संस्थापक सदस्यों में से एक किरण कुमार थोटा ने कहा कि ग्रीन कार्ड मिलने में देरी को दूर करने की जरूरत है क्योंकि इससे अमेरिकी नवाचार और रोजगार सृजन की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है.
हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के निदेशक ऋषि भूतड़ा ने कहा, ‘कई कुशल लोग अपनी रोजगार संबंधी वही भूमिका बनाए रखने के लिए लगातार तनाव में बने रहते हैं.'