पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने नवाज शरीफ के अपदस्थ होने के पीछे सेना का हाथ होने की अफवाहों को ‘बेबुनियाद’ करार दिया है. उन्होंने कहा कि सेना की इसमें कोई भूमिका नहीं है.
पनामा पेपर्स कांड में सुप्रीम कोर्ट द्वारा 28 जुलाई को अयोग्य ठहराये जाने के बाद नवाज शरीफ ने देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. अदालत ने आदेश दिया था कि अब इस संबंध में शरीफ और उनके बच्चों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा चलाया जाए.
जनरल बाजवा ने नेशनल असेंबली और सीनेट की रक्षा समितियों के सदस्यों के प्रश्नों का जवाब देते हुए यह बातें कही. यह सभी सोमवार को जनरल मुख्यालय (जीएचक्यू) के दौरे पर पहुंचे थे.
अखबार डॉन की खबर के अनुसार सांसदों ने सुरक्षा अभियानों, सैन्य अदालतों, रक्षा बजट, अमेरिका के साथ समझौते, भारत के साथ विवाद, अफगानिस्तान के साथ संबंधों में समस्या और नागरिक-सैन्य संबंधों सहित कई ऐसे मुद्दे उठाए जिनपर कई बार चर्चा की गई है.
अखबार ने कहा कि जनरल बाजवा ने पनामा पेपर मामले में सेना की कथित भूमिका संबंधी सभी अफवाहों को ‘बेबुनियाद’ बताते हुए इसे खारिज किया. उन्होंने सांसदों से कहा कि वह लोकतंत्र के बड़े समर्थक हैं और संसद की सर्वोच्चता में विश्वास करते हैं.
डॉन के अनुसार, ‘आर्मी चीफ के हवाले से एक सांसद ने कहा पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अपदस्थ करने में सेना की कोई भूमिका नहीं है. उनके लिए, मौजूदा प्रधानमंत्री भी पिछले वाले जितने ही अच्छे हैं.’
पाकिस्तान के 70 साल के इतिहास में ज्यादातर समय तक ताकतवर सेना ने राज किया है. माना जाता है कि पाकिस्तान के रणनीतिक निणर्यों में सेना का काफी प्रभाव रहता है.