अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात से इनकार किया है कि वह अमेरिका को विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) से बाहर निकालने की योजना पर काम कर रहे हैं. हालांकि, उन्होंने अमेरिका के साथ ‘बहुत बुरा व्यवहार’ करने के लिए डब्ल्यूटीओ की कड़ी आलोचना की. ट्रंप की यह टिप्पणी उन रिपोर्टों के बाद आई है जिनमें कहा गया है कि ट्रंप ने अपनी शीर्ष अधिकारियों से कहा है कि वह अमेरिका को डब्ल्यूटीओ से बाहर करना चाहते हैं.
ट्रंप ने कहा कि डब्ल्यूटीओ का हमारे साथ बहुत बुरा व्यवहार रहा है... यह बहुत ही अनुचित स्थिति है. आप जब डब्ल्यूटीओ की तरफ देखते हैं, तो दिखाई देता है चीन ने जब इसकी सदस्यता ली, तब से चीन को ही इसमें फायदा पहुंचा है. ट्रंप लंबे समय से डब्ल्यूटीओ की आलोचना करते रहे हैं. वह अक्सर यह कहते रहे हैं कि यह विश्व व्यापार संस्था अमेरिका के प्रति भेदभाव करती है.
दूसरे देश उठा रहे अमेरिका का फायदा
राष्ट्रपति ने अपने इन आरोपों को भी दोहराया कि दूसरे देश अमेरिका का फायदा उठा रहे हैं. उनका आरोप है कि यह सब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों की ओर से सही ढंग से बातचीत नहीं किए जाने की वजह से हुआ है.
डब्ल्यूटीओ से अमेरिका के बाहर निकलने संबंधी समाचारों के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा कि मैं बाहर होने की बात नहीं कर रहा हूं, मेरा कहना है कि उनका हमारे साथ व्यवहार ठीक नहीं रहा है. हमारे साथ व्यवहार ठीक नहीं रहा है.
उन्होंने कहा कि आप यदि यूरोपीय संघ को देखें उनके साथ हमारा 150 अरब डॉलर का घाटा है. चीन को देखिए 375 अरब डॉलर का व्यापार घाटा है. किसी भी देश को आप देखिए- मैक्सिको को देखिए 100 अरब डालर का घाटा है.. कनाडा की तरफ हमें देखें तो कनाडा का भी हमारे साथ व्यापार ठीक नहीं रहा है... लेकिन यह सब ठीक कर लिया जाएगा.