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यूएन में मनेगी अंबेडकर जयंती, डिजिटल सशक्तीकरण पर होगा जोर

गरीबों व हाशिए पर पड़े लोगों के सशक्तीकरण के लिए सूचना व प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर जोर

IANS

संयुक्त राष्ट्र में गुरुवार को अंबेडकर जयंती मनाई जाएगी. इस अवसर पर यूएन के गरीबों व हाशिए पर पड़े लोगों के सशक्तीकरण के लिए सूचना व प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर जोर दिया जाएगा. यह यूएन के स्थायी विकास लक्ष्यों (सस्टेनेबल डिवलेपमेंट गोल्स) का हिस्सा है.

संयुक्त राष्ट्र स्थित भारतीय मिशन के अनुसार, भारत के संविधान निर्माता कहलाने वाले बाबासाहब भीमराव अंबेडकर की 126वीं जयंती का विषय उनके दृष्टिकोण को संयुक्त राष्ट्र में दर्शाते हुए समानता, सामाजिक न्याय, समाज में हाशिए पर पड़े लोगों और गरीबों का सशक्तीकरण है.


संयुक्त राष्ट्र मिशन ने इस कार्यक्रम का आयोजन संयुक्त राष्ट्र आर्थिक व सामाजिक मामलों के विभाग (यूएनडीईएसए) और यूएस एनजीओ फाउंडेशन फॉर ह्यूमन होराइजन के सहयोग से किया है.

उप महासचिव आमिना जे. मोहम्मद कार्यक्रम में मुख्य वक्ता होंगी, जिसमें सामाजिक और वित्तीय समावेशन के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी के माध्यम से पिछड़े वर्ग के लोगों के सशक्तीकरण पर पैनल में शामिल लोगों द्वारा चर्चा की जाएगी. कोलंबिया यूनिवर्सिटी के हेल्थकेयर इनोवेशन टेक्नोलॉजी इनोवेशन लैब (एचआईटीलैब) के अध्यक्ष स्टेन काचनोवस्की इसका संचालन करेंगे.

पैनल में मैसाचुसेट्स एमहर्स्ट यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर कैथरीन न्यूमैन, आईबीएम (वैश्विक सरकारी उद्योग) की महाप्रबंधक जूलिया गल्डिन, भारतीय स्टेट बैंक की कंट्री हेड (अमेरिका ऑपरेशन) पद्मजा चुंदरू, द इंडियन नेटवर्क के संस्थापक रवि नारवेकर और गूगल के क्रिएटिव हेड ओलिवर रबेस्चलाग जैसी हस्तियां शामिल होंगी.