अगर आप अपने पर्सनल और फाइनेंशियल डेटा की कथित चोरी को लेकर चिंतित हैं, तो अब घबराने की जरूरत नहीं है. सरकार मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली कंपनियों के लिए सख्त सिक्योरिटी और प्राइवेसी गाइडलाइंस लाने की तैयारी में है.
कुछ हफ्तों में होगी सिक्योरिटी स्टैंडर्ड्स की घोषणा
साइबर सिक्योरिटी स्टैंडर्ड्स की घोषणा अगले कुछ हफ्तों में की जा सकती है और इसका मकसद मोबाइल यूजर्स के डेटा और इंफॉर्मेशन को सुरक्षित रखना है. इसके अलावा, सरकार यूजर्स की पर्सनल इंफॉर्मेशन के मूवमेंट को विदेश में रखे सर्वर तक पहुंचने से रोकने पर भी विचार कर रही है.
एक सूत्र ने बताया, ‘यह बहुत गंभीर मामला है और हम जल्द ही स्टैंडर्ड्स और गाइडलाइंस जारी करेंगे, जोकि मोबाइल डिवाइसेज से होने वाली किसी भी तरह की चोरी को रोकेंगे.’
स्तरीय कमेटियों की सिफारिशों पर आधारित होंगे स्टैंडर्ड्स
देश में बड़ी संख्या में चाइनीज कंपनियों के फोन बिक रहे हैं. सरकार का मानना है कि चीन के साथ बढ़ते तनाव के कारण ऐसी भी स्थिति पैदा हो सकती है, जिसमें आम लोगों के अहम डेटा के साथ समझौता किया जाए. स्टैंडर्ड्स दो उच्च स्तरीय कमेटियों की सिफारिशों पर आधारित होंगे. जिसमें से एक की अगुवाई आरबीआई कर रहा है, जबकि दूसरी की अगुवाई डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम कर रहा है.