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याहू बन जाएगा अल्टाबा, सीईओ मेरिसा मेयर छोड़ेंगी पद

याहू अपने इंटरनेट बिजनेस का बड़ा हिस्सा वेरिजॉन को बेच रही है.

Pawas Kumar

कभी इंटरनेट की दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में एक याहू का अस्तित्व खत्म हो सकता है. याहू की सीईओ मेरिसा मेयर जल्दी ही पद छोड़ देंगी. वह वेरिजॉन कम्यूनिकेशंस के साथ समझौता हो जाने के बाद पद से हट जाएंगी.

याहू अपने इंटरनेट बिजनेस का बड़ा हिस्सा वेरिजॉन को बेच रही है. खबरों के मुताबिक, इस समझौते के बाद जो बचा-खुचा कारोबार याहू के पास बचेगा, उसका नाम बदलकर अल्टाबा कर दिया जाएगा.


याहू वेरिजोन को डिजिटल एडवर्टाइजिंग, ईमेल और मीडिया संपत्ति सहित अपना मुख्य कारोबार बेच रही है. खबरों के अनुसार, वेरिजॉन कम्युनिकेशंस ने इसे 4.83 अरब डॉलर में खरीदा है. अब जो कंपनी के पास बचेगा, उसमें सबसे बड़ा हिस्सा तो चीनी कंपनी अलीबाबा में हिस्सेदारी का होगा.

वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक याहू का नया नाम अल्टाबा दरअसल अलीबाबा से ही निकला है. पूरा नाम 'ऑल्टरनेटिव एंड अलीबाबा' है जिसे छोटा करके अल्टाबा कहा जा रहा है. अलीबाबा में याहू की 15 फीसदी हिस्सेदारी है, जिसकी कीमत 35 अरब डॉलर है. नए नाम के पीछे मकसद यह है कि अल्टाबा के शेयरों को लोग अलीबाबा के साथ जोड़कर देखें. अल्टाबा के पास 'याहू जापान' के 35.5 फीसदी शेयर भी होंगे.

पिछले कुछ समय से याहू लगातार विवादों में रही है. इसके डेटा में सेंधमारी को सबसे बड़ी हैकिंग कहा गया. दो बार हुई इस हैकिंग में करीब डेढ़ अरब लोगों की जानकारियां चुराने की बात कही गई है. इन कारणों से वेरिजॉन के साथ इसका समझौता भी मुश्किल में पड़ सकता है. हालांकि याहू ने उम्मीद जताई है कि मार्च तक समझौता हो जाएगा.

अल्टाबा के बोर्ड में याहू की मौजूदा सीईओ मैरिसा मायर के अलावा सह-संस्थापक डेविड फिलो और चार अन्य निदेशक भी नहीं होंगे. वेरिजॉन के साथ समझौता हो जाने के बाद ये सभी लोग इस्तीफा दे देंगे. माना जा रहा है कि याहू ब्रैंड वेरिजॉन अपने पास रखना चाहेगा.