उत्तर प्रदेश पुलिस ने 6 जुलाई को 'इसरो' के साथ एक मेमोरेंडम साइन किया है. इसरो के एडवांस डेटा प्रोसेसिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर वी. रघु वेंकटरमण और यूपी पुलिस के चीफ ओ.पी सिंह के बीच साइन हुए इस एमओयू के अनुसार इसरो प्रदेश में होने वाले अपराधों की मैपिंग कर के उनका विशलेषण करेगी. साथ ही भविष्य में होने वाले अपराधों को रोकने में प्रदेश पुलिस की मदद भी करेगी.
इस एमओयू के मुताबिक , यूपी पुलिस, यूपी 100 और सीसीटीएनएस के आंकड़े इसरो के प्रासंगिक विभाग को साझा किए जाएंगे और विश्लेषणात्मक सॉफ्टवेयर के माध्यम से राज्य पुलिस अपराध और अपराधी के विषय में प्रश्न,टिप्पणियां और रिपोर्टों की मैपिंग करने में सक्षम होगी. यह सॉफ्टवेयर यूपी पुलिस को अपराधों का विश्लेषण करने और अपराधियों / अपराधियों के साथ-साथ शिकायतकर्ताओं की प्रोफाइल बनाने में सक्षम बनाता है.
यह एमओयू तीन साल के लिए मान्य है. एमओयू पर हस्ताक्षर करने के बाद डीजीपी ने इस बात पर जोर दिया कि अपराधों की मैपिंग से कई चीजों के लिए साधन और तकनीक उपलब्ध कराए जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि एडीआरआईएन द्वारा विकसित किए गए टूल्स यूपी पुलिस को अपराधों की घटना का डेटा, उसकी मैपिंग, रिपोर्टिंग और विज़ुअलाइजिंग आदि के क्षेत्र में मदद करेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि अपराध हर दिन अपने आयाम बदल रहा है, और यही कारण है कि पुलिस को अपने दृष्टिकोण में वैज्ञानिक अप्रोच लाने की आवश्यकता है.