अपने खोज परिणामों में गलत सूचनाओं को बढ़ती आलोचना के बीच गूगल ने इससे निपटने की तैयारी शुरू कर दी है.
गूगल अब 'अपसेटिंग' या 'ऑफेंसिव' (परेशान करने वाला या अपमानजनक) सामग्री पर नजर रखेगा. इसके लिए अपने कंप्यूटर अल्गोरिदम की मदद के लिए वह इंसानी मदद भी लेगा ताकि अधिक सटीक और कम आक्रामक दी जा सके.
इंसानी मदद के रूप में गूगल के 10,000 स्वतंत्र ठेकेदार हैं जिन्हें गूगल क्वालिटी रेटर्स कहता है. उन्हें सर्च रिजल्ट्स के परिणामों को जांचने और उनके मूल्यांकन का काम दिया जाता है. वे गूगल के दिशानिर्देशों के आधार पर काम करते हैं.
यूएस टुडे के अनुसार, मंगलवार को इन क्वालिटी रेटर्स को 'अपसेटिंग-ऑफेंसिव' कंटेंट की खोज का काम दिया गया. इन कंटेंट में किसी व्यक्ति या लोगों के खिलाफ हिंसा या नफरत फैलाने वाली बातें, नस्लीय या अपमानजनक टिप्पणी, हिंसा जैसे कि पशु क्रूरता या बाल शोषण दिखाने वाला या मानव तस्करी जैसी अवैध गतिविधियों के बारे में जानकारी शामिल है.