कैंब्रिज एनालिटिका विवाद के दुनिया भर के लाखों यूजर्स ने फेसबुक डिलीट कर दिया. लेकिन फेसबुक यूजर्स को यह जानकर हैरानी होगी कि फेसबुक पर ये सारा डाटा हमेशा के लिए स्टोर हो गया है. टेक इंडस्ट्री के दिग्ग्ज ने भी डेटा चोरी को लेकर मार्क जकरबर्ग की आलोचना की है. फेसबुक ऐप डिलीट करने के लिए खासतौर पर #DeleteFacebook कैंपेन चलाया गया है.
गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जो यूजर्स फेसबुक में लॉगइन करते हैं और बाद में अपना प्रोफाइल डिलीट कर देते हैं, उनका डेटा सेव रहता है. फेसबुक के पास उनके सभी आउटगोइंग-इनकमिंग कॉल, एसएमएस सहित सारा डेटा हमेशा के लिए सेव हो जाता है.
क्या है मामला?
पिछले हफ्ते यह खबर आने के बाद कि फेसबुक ने अपने 5 करोड़ यूजर्स का डाटा बिना यूजर्स की सहमति का इस्तेमाल किया है. फेसबुक ने यह डाटा तोरी कैंब्रिज के एक साइकोलॉजिस्ट की मदद से की. बाद में फेसबुक ने यह डाटा इलेक्शन कंसल्टेंसी कैंब्रिज एनालिटिका को सौंप दिया. इस कंपनी के क्लाइंट भारतीय राजनीतिक पार्टियां हैं.
गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक ने अपने यूजर्स के लिए उनका एकाउंट डिलीट करना मुश्किल कर दिया है. इसकी जगह वह यूजर्स को 'डीएक्टिवेशन' के लिए प्रोत्साहित करता है. इसमें होता यह है कि डीएक्टिवेट होने के बाद भी यूजर्स की जानकारी फेसबुक के पास सेव होती है. यानी अगर आप डेटा चोरी से बचने के लिए फेसबुक ऐप डीएक्टिवेट करना चाहते हैं तो यह आइडिया काम नहीं आएगा. बेहतर है कि आप फेसबुक अकाउंट डिलीट कर दें.