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फेसबुक फेक न्यूज: जकरबर्ग ने बताया सख्ती का प्लान

फेसबुक ने फेक न्यूज के बढ़ते असर से लड़ने की योजना बना ली है...

Pawas Kumar

फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग ने इस सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर फेक न्यूज के बढ़ते असर से लड़ने की योजना बना ली है. फेक न्यूज के अमेरिकी चुनाव के परिणाम के असर को लेकर फेसबुक आजकल विवादों से घिरा है.

जकरबर्ग ने अपने फेसबुक पेज पर किए गए पोस्ट में कई ऐसे प्रोजेक्ट के बारे में लिखा है जिसके जरिए 'गलत सूचना को गंभीरता' से लिया जाएगा. इनमें ऐसी खबरों को पहचानने और पुष्टि करने के अधिक असरदार तरीके भी शामिल हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक 44% अमेरिकी वोटर न्यूज प्राप्त करने के लिए फेसबुक का प्रयोग करते हैं.


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अपने पोस्ट में जकरबर्ग ने लिखा है कि फेसबुक पर दिखने वाला अधिकतर कंटेंट सही और वास्तविक होता है. हालांकि जकरबर्ग ने लिखा है कि फेसबुक 'फेक न्यूज' की समस्या से लड़ने के लिए लंबे समय से काम कर रहा है और वह इसे गंभीरता से लेते हैं. जकरबर्ग ने कहा कि यह समस्या तकनीकी और सोच दोनों की दृष्टि से काफी जटिल है.

'फेक न्यूज की समस्या जटिल है'

जकरबर्ग ने लिखा कि हम मानते हैं कि फेसबुक ऐसा प्लेटफार्म है जहां लोग अपनी आवाज उठा सकते हैं. इसलिए फेसबुक यह भी नहीं चाहता कि लोग विचारों को साझा करना कम कर दें या फेसबुक 'सच' तय करने वाला बन जाए. रोचक बात है कि इससे पहले फेसबुक पर फेक न्यूज से अमेरिकी चुनाव पर असर की खबरों को जकरबर्ग ने सिरे से खारिज कर दिया था.

जकरबर्ग की पोस्ट की मुताबिक, फेसबुक फिलहाल गलत सूचना के खिलाफ लड़ाई के लिए सात प्रस्तावों पर काम कर रहा है. पोस्ट में जकरबर्ग ने इन उपायों का ब्योरा भी दिया है:

1. फेक न्यूज की पहचान. ऐसी खबरों के लोगों तक पहुंचने से पहले उसपर रोक लग

2. फेक न्यूज के बारे में जानकारी देना आसान बनाना

3. थर्ड पार्टी वेरिफिकेशन. फेसबुक प्रतिष्ठित फैक्ट-चेकिंग संगठनों से संपर्क कर रहा है.

4. चेतावनी. जिन खबरों को फेक बताया जा रहा हो, उनके साथ चेतावनी वाला लेबल लगाना.

5. न्यूज में दिखने वाली रिलेटेड आर्टिकल्स की क्वालिटी बढ़ाने की कोशिश की जा रही है.

6. फेक न्यूज को मिल रहे पैसे पर लगाम लगाने के लिए ऐड पॉलिसी में सुधार

7. फेसबुक न्यूज इंडस्ट्री में काम रहे लोगों से बात करेगा और उनसे खुद को बेहतर करने के तरीके सीखेगा

जकरबर्ग ने लिखा, 'इनमें से कुछ उपाय कारगर होंगे और कुछ नहीं. लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि हमने इस मुद्दे को हमेशा गंभीरता से लिया है, हम इस बारे में लोगों की चिंता को समझते हैं और हम इसे ठीक करने में लगे हैं.'

ओबामा ने भी जताई थी चिंता

अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने चुनाव के दौरान कहा था कि फेसबुक पर गलत जानकारियां लोगों को प्रभावित कर रही हैं. चुनाव के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के दौरान बर्लिन में ओबामा ने यह आशंका जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल की मौजूदगी में भी दोहराई थी.

इस दौर में पहले से ही बहुत सारी गलत जानकारियां फैली हुई हैं. ये गलत जानकारियां इस तरह से पैकेज की गई हैं कि फेसबुक पेज पर देखें या टीवी ऑन करें तो आप असली-नकली का फर्क ही पता नहीं कर सकते. — बराक ओबामा

बीबीसी के मुताबिक, सोमवार को गूगल ने घोषणा की कि वह फेक न्यूज साइट्स को विज्ञापन के जरिए कमाई करने पर रोक लगाएंगे. फेसबुक ने भी इसी तरह का फैसला किया है जिससे इसके विज्ञापन नेटवर्क के प्रयोग पर रोक लग सके.

फेक न्यूज से लड़ने के लिए फेसबुक कर्मचारियों का सीक्रेट संगठन

इस बीच यह भी खबर आई है कि फेसबुक में काम करने वालों कुछ लोगों ने फेक न्यूज से निपटने के लिए फेक न्यूज टास्क फोर्स का गठन किया है. बजफीड न्यूज के मुताबिक, यह टास्क फोर्स मार्क जकरबर्ग के फेसबुक पर फेक न्यूज की खबरों को खारिज करने के बाद बनाया गया था. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि कई देशों से दर्जनों फेसबुक कर्मचारी इस मुहिम से जुड़े हैं. हालांकि इसे गुप्त रखा गया था क्योंकि इससे जुड़े लोगों को अपनी नौकरी गंवाने का डर है.