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स्पेस में भटकी स्पोर्ट्स कार, जाना था कहीं और निकल गई कहीं

कंपनी इस कार को मंगल ग्रह की कक्षा में भेजना चाहती थी लेकिन अब कार रास्ता भटककर एस्टेरॉयड बेल्ट्स की तरफ जा रही है

FP Tech

4 दिन पहले एक अरबपति ने अंतरिक्ष में कार भेजा और वाह! सबकुछ कितना हाईटेक और जबरदस्त था लेकिन लगता है अब बात (कार) थोड़ी ट्रैक से बाहर हो चुकी है. दरअसल, अंतरिक्ष में भेजी गई अरबपति इलोन मस्क की कार राह भटक गई है.

5 फरवरी को अमेरिकी अरबपति और स्‍पेस एक्‍स के मालिक एलोन मस्‍क की कंपनी ने अंतरिक्ष में नया प्रयोग किया. उन्होंने अपनी रॉकेट फाल्कन हैवी के साथ टेस्ला की रोडस्टर कार को अंतरिक्ष में भेजा. कंपनी इस कार को मंगल ग्रह की कक्षा में भेजना चाहती थी लेकिन अब कार रास्ता भटककर एस्टेरॉयड बेल्ट्स की तरफ जा रही है.


दरअसल कार के रास्ता भटकने के पीछे उसी रॉकेट की गलती है, जो उसे ढो रहा था. रॉकेट ने कार को ज्यादा जोर से धक्का दे दिया, जिस वजह से कार अपने तय रास्ते से आगे निकल गई. मतलब जिस फ्यूल से कार को गति मिलती, उसी की वजह से कार रास्ता भटक गई.

हालांकि, इलोन मस्‍क ने ट्वीट किया कि 'कार मंगल ग्रह की कक्षा से बाहर निकल चुकी है और एस्टेरॉयड बेल्ट्स की तरफ जा रही है.'

कंपनी की असल योजना थी कि कार और उसमें बैठाई गई डमी को मंगल और पृथ्‍वी के बीच की कक्षा में जाना था. इसके बाद उसे धीरे-धीरे सोलर सिस्‍टम में जाना था. लेकिन पेलोड ने कार को तय दूरी से आगे भेज दिया.

टेस्‍ला ने हालांकि कार को लेकर ज्‍यादा जानकारी नहीं दी है लेकिन स्पेस साइंटिस्ट्स का मानना है कि कार एस्टेरॉयड बेल्ट तक नहीं पहुंच पाएगी. कहा जा रहा है कि कार किसी बड़ी चीज से शायद ही टकराए क्‍योंकि वह काफी छोटी है लेकिन एस्टेरॉयड तक जाने पर वह उनसे टकराकर नष्‍ट हो सकती है. अगर ऐसा नहीं होता है तो कार का क्‍या होगा यह साफ नहीं है.

कंपनी दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट लॉन्‍चर फाल्‍कन हेवी को टेस्‍ट कर रही थी. कंपनी की ओर से कहा गया था, 'इस तरह के मिशन में स्‍टील या कंक्रीट ब्‍लॉक को दबाव के लिए भेजा जाता है लेकिन स्‍पेस एक्‍स ने कुछ मजेदार जैसे एक लाल रोडस्‍टर कार को मंगल पर भेजने का फैसला लिया.'

इस कदम से स्‍पेस एक्‍स की अंतरिक्ष योजनाओं को झटका लग सकता है लेकिन इससे अन्‍य कंपनियों को अंतरिक्ष के क्षेत्र में काम करने को प्रोत्‍साहन मिल सकता है.

कुछ लोगों ने इस पर चुटकी भी ली है. हॉवर्ड स्मिथसोनियन सेंटर ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स के एस्ट्रोनॉमर जॉनथन मैकडॉवल ने कहा कि लगता है कि स्टारमैन (कार में बैठाए गए डमी को ये नाम दिया गया है) स्पेस काफी लंबे वक्त तक अकेला रहने वाला है.

लेकिन मैकडॉवल ने कुछ जरूरी ऑब्जर्वेशन भी दिया. उन्होंने कहा कि ये कार कभी एस्टेरॉयड बेल्ट तक पहुंचने वाली ही नहीं थी. कंपनी का कभी लक्ष्य ही ये नहीं था. कंपनी बस ये देखना चाहती थी कि अगर स्पेस में एक कार भेजा जाए तो वो कहां तक जाएगी. मैकडॉवल ने कहा कि कार 2030 से पहले धरती के करीब नहीं पहुंच पाएगी, और तब भी इसकी धरती से दूरी 28 मिलियन मील होगी.

हालांकि, स्पेस एक्स के इस कदम की आलोचना करने वाले भी कम नहीं हैं. कुछ स्पेस साइंटिस्ट्स और कंपनियों ने कहा कि इलोन मस्क ने रॉकेट के साथ किसी बेहतर प्रोजेक्ट या सेटेलाइट जैसी जरूरी चीज को न भेजकर एक कार को भेजकर एक बेहतर मौका गंवा दिया. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि अगर ये कार सालों तक स्पेस में घूमती रहेगी तो इसमें सेटैलाइट या ऐसी ही किसी चीज के फंस जाने का डर है.