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कारें बोलेंगी, खुद चलेंगी, चोर भी पकड़ेंगी लेकिन खतरे भी होंगे

कनेक्टेड कारों के लिए पुख्ता और भरोसेमंद प्लेफॉर्म तैयार करने में अभी लंबा रास्ता तय करना बाकी है

Sheldon Pinto

सीन पूरा फिल्मी है. जेम्स बॉन्ड उसे सभी शानदार हथियार और कार देने वाले क्यू के पास जाता है और बोलता है कि उसे ऐसी कार की जरूरत है, जो न सिर्फ गुंडों और जासूसों से उसे बचाए बल्कि किसी गुंडे को भागने भी न दे.

मतलब चार पहियों पर चलने वाला एक पिंजड़ा चाहिए. क्यू थोड़ी देर सोचता है और फिर इस नतीजे पर पहुंचता है कि जेम्स बॉन्ड को थोड़ी ठंडी हवा खानी चाहिए, क्योंकि आजकल की कारें तो पहले से ही ऐसा कर रही हैं.


यह लगभग किसी जेम्स बॉन्ड फिल्म का सीन दिखाई देता है कि कोई गुंडा कार में घुसने की कोशिश करता है और फिर खुद ही कार में लॉक हो जाता है. यानी कार ने ही चोर को पकड़ लिया.

अमेरिका के सिएटल में पुलिस डिपार्टमेंट को जब एक बीएमडब्ल्यू सेडान के चोरी हो जाने की कॉल आई तो पुलिस ने चतुराई दिखाते हुए कार निर्माता बीएमडब्ल्यू से संपर्क किया. कंपनी ने चोरी हुई कार को लॉक कर दिया.

चोर कार के अंदर था लेकिन गाड़ी चलती रही. ड्राइवर ने महसूस किया कि उसे लॉक कर दिया गया है, उसने भागने के लिए गाड़ी दौड़ाने की कोशिश की. लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.

भविष्य की कारें

इस तरह की कनेक्टेड कारों का भविष्य असल में इस हाथ दे और उस हाथ ले वाली बात है. आप अपनी कार की कंपनी को अपनी लॉकेशन और अन्य जानकारी देते हैं और वह उसी जानकारी का इस्तेमाल कर इमरजेंसी की स्थिति (जैसी स्थिति ऊपर बताई गई है), किसी और समस्या या फिर मनोरंजन के लिए आपकी मदद करती है. बदले में जो उन्हें देते हो वह है आपकी लॉकेशन. भविष्य में संभव है कि ये कनेक्टेड कारें आपस में भी बात करें और एक-दूसरे से डाटा साझा भी करें.

एक और कारण है जिसकी वजह से कनेक्टेड कार अक्सर सुर्खियों में रहती हैं. हो सकता है कि ऊपर बताई गई कहानी की तरह हर मामले में अंत सुखद न हो, क्योंकि हमारी सुरक्षा व्यवस्था में कई तरह की खामियां हैं.

हर अन्य नई टेक्नोलॉजी की तरह, अच्छाइयां अकसर खामियों पर भारी पड़ जाती है. टेस्ला की तरफ से पेश की गई सेल्फ ड्राइविंग टेक्नोलोजी भी कुछ ऐसी ही है.

वोल्वो एक्ससी90 एक्सिलेंस टी8 प्लग-इन हाइब्रिड

कनेक्टेड कारें हमारा भविष्य हैं. हर बड़ी कार कंपनी इस बारे में बात कर रही है. कुछ हफ्तों पहले ही वॉल्वो ने घोषणा की कि वह अपनी कारों को इस काबिल बनाने पर काम कर रही है ताकि वे आपस में बात कर सकें.

इसके कई फायदे होंगे. जैसे ड्राइवर को आगे सड़क की स्थिति के बारे में पता चल जाएगा. इनमें रपटीली सतह जैसे खतरा या फिर किसी दुर्घटना की वजह से ट्रैफिक जाम की जानकारी भी शामिल हो सकती है. घने कोहरे में जब बहुत ही कम दिखाई देता है, तब ये टेक्नोलॉजी फीचर बहुत काम आ सकती है.

कंपनियां साथ आ पाएंगी?

जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) फोर्ड और ब्रिटेन की सरकार के साथ मिल कर ऑटोड्राइव पर काम कर रही है. यह एक कनेक्टेड प्लेटफॉर्म है जो बुनियादी तौर पर ट्रैफिक लाइट जैसे मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर से संपर्क करके गाड़ी और ड्राइवर को बताता है कि किस स्पीड पर गाड़ी को ड्राइव करना सबसे बढ़िया रहेगा ताकि उसे सफर में कम से कम लाल बत्तियां मिलें.

नुटोनोमी

नुटोनोमी इस बात की शानदार मिसाल हैं कि कैसे कनेक्टेड और बिना ड्राइवर वाली कारें व्यावासियक और सार्वजिनक परिहवन का भविष्य हैं. जिस आत्मविश्वास के साथ टेस्ला ने हाल में एक वीडियो में अपनी सेल्फ-ड्राइविंग क्षमताओं को दिखाया है, उसे देखते हुए तो यह बात बिल्कुल सही लगती है.

कनेक्टेड कारें लगातार कनेक्ट हो रही हैं, मतलब वे ताजातरीन मैप्स, सॉफ्टवेयर और अन्य चीजों के साथ लगातार अपडेट हो रही हैं. जरा बीएमडब्ल्यू के ओपन मोबिलिटी क्लाउड प्लेटफॉर्म के बारे में सोचिए, जो असल में आपकी कार को क्लाउड, आपके स्मार्ट होम, स्मार्ट फोन, स्मार्ट वॉच और अन्य बहुत सारी चीजों से जोड़ देता है. संक्षेप में, आप अपनी बीएमडब्ल्यू आई3 से कह सकते हैं कि कहां जाना है और स्मार्टवॉच पर इस बात के लिए भरोसा कर सकते हैं कि वह आपको याद दिला देगी कि ऑफिस जाते वक्त तेल डलवाना है.

हालांकि कारों का पूरी तरह कनेक्टेड होना इस बात पर निर्भर करेगा कि एक कार कंपनी दूसरी कार कंपनी के साथ कितनी अच्छी तरह जुड़ पाती है. इस बारे में अभी तक बहुत काम नहीं हुआ है. जब ये कार कंपनियां आपस में अच्छा नेटवर्क बना लेंगी, तभी कोई बीएमडब्ल्यू अपने पीछे चल रही फोर्ड को अहम जानकारी दे पाएगी. इसलिए हैरान न हों अगर अचानक आपको दिखे कि हाइवे की एक साइड पर वॉल्वो लाइन लगाए खड़ी हैं क्योंकि आगे कोई समस्या है, लेकिन आपकी कार चलती ही जा रही है... क्योंकि उसे पता ही नहीं है (सिर्फ एक मिसाल है).

फोर्ड ने 2010 में वोल्वो कार कार्पोरेशन 1.8 अरब डॉलर में चीन की कार निर्माता कंपनी गीली ऑटोमोबाइल को बेच दिया. इसलिए अभी तो फोर्ड और वोल्वो अपना डाटा शेयर नहीं करेंगी.

प्राइवेसी और हैकिंग

बड़े कनेक्टेड नेटवर्क के साथ डाटा शेयरिंग और प्राइवेसी को लेकर समस्याएं आएंगी. चूंकि अभी हमने 'पूरी तरह कनेक्टेड कार' वाले दौरे में कदम नहीं रखा है, इसलिए कार मालिकों को अपनी प्राइवेसी बहुत पसंद है.

पोर्शे पानामेरा 4ई हाइब्रिड

एक साल पहले, पोर्शे ने गूगल के एंड्रॉइड ऑटो के साथ करार करने से इनकार कर दिया था. कारण? जैसा कि मोटर ट्रेंड ने बताया, गूगल हेडक्वॉर्टर चाहता था कि जहां भी एंड्रॉइड ऑटो एक्टिव हो वहां उसे पूरी तरह ओबीडी2 (ऑन बोर्ड डायाग्नोस्टिक) डाटा मिले. पोर्शे को यह बात जमी नहीं और उसने एपल के कारप्ले के साथ करार किया. असल में बहुत सारे कार मालिकों को पता ही नहीं है कि आज भी इस तरह के स्मार्टफोन इंटिग्रेशन प्लेटफॉर्म किस तरह डाटा शेयर करते हैं.

बेशक, प्राइवेसी से भी बड़ा मुद्दा है सुरक्षा का. गड़बड़ी से सब नफरत करते हैं लेकिन ग्राहक जोखिम और खामियों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा. हाल में एक जीप हैक होने का मामला किसी भी कनेक्टिड कार मालिक के लिए दुस्वप्न होगा.

यह हैकिंग इस बात की साफ मिसाल है कि कैसे हैकर पूरी तरह कार पर नियंत्रण कर सकते हैं. वायर्ड पत्रिका के लिए लिखने वाले एंडी ग्रीनबर्ग को कोई चिंता नही हुई जब उनकी कार का एसी खुद चालू और बंद होने लगा. वे थोड़े से चिंतित हुए जब रेडियो स्टेशन बदलते चले गए, लेकिन जब उन्होंने देखा कि ब्रेक ही काम नहीं कर रहे हैं तो हड़बड़ाने लगे. खुशकिस्मती की बात है कि ये हैकर कार की इन्हीं खामियों को दूर करने के लिए काम कर रहे थे. ये भी अच्छी बात रही कि जब ब्रेकों ने काम करने बंद किया तो कार खाली पड़े पार्किंग एरिया में थी.

कुल मिलाकर, इन खूबियों और खामियों को देखते हुए कह जा सकता है कि कमियां और परेशानियां आती रहेंगी जिन्हें ठीक करना होगा. इसलिए, कार कंपनियों के लिए यह कहना आसान नहीं होगा कि उनकी कार सुरक्षा के मामले में सवा सेर है.

कनेक्टेड कारों के लिए पुख्ता और भरोसेमंद प्लेफॉर्म तैयार करने के लिए अभी लंबा रास्ता तय करना बाकी है. फिलहाल तो यह एक दुधारी तलवार है. इससे आपकी जान बच भी सकती है और खतरे में भी पड़ सकती है.