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इस ब्लड टेस्ट से टीबी होने की संभावना का दो साल पहले ही पता चल जाएगा

अध्ययन दल में शामिल लोगों ने एक नए तरह का ब्लड टेस्ट ईजाद किया है जो उन चार जीन के स्तर को मापता है जो अधिक जोखिम वाले रोगियों में टीबी के विकास का अनुमान लगाता है

Bhasha

वैज्ञानिकों ने एक नए तरह के ब्लड टेस्ट का पता लगाया है जिसके जरिए अधिक जोखिम वाले रोगियों में ‘टीबी’ की शुरुआत होने से दो साल पहले ही उस बारे में सटीक पता लगाया जा सकता है.

अमेरिकन जर्नल ऑफ रेस्पीरेटरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसीन में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक एक्टिव टीबी से ग्रसित लोगों में यह रोग विकसित होने की सबसे अधिक आशंका होती है. फिर भी टीबी से संक्रमित करीब पांच से 20 फीसदी लोगों में ही यह विकसित होता है.


अध्ययन दल में शामिल लोगों ने एक नए तरह का ब्लड टेस्ट ईजाद किया है जो उन चार जीन के स्तर को मापता है जो अधिक जोखिम वाले रोगियों में टीबी के विकास का अनुमान लगाता है.

दक्षिण अफ्रीका के स्टेलेनबोश विश्वविद्यालय के गेरहर्ड वालजल ने बताया कि उन्होंने पाया कि रोग शुरू होने से पहले का यह अनुमान रक्त में मौजूद चार जीन के संयोजन की माप के जरिए संभव है.