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अमेजॉन गो: शॉपिंग के बाद पेमेंट की लाइन से छुट्टी

'अमेजॉन गो' एक नए तरह का स्टोर है जहां आपको चेकआउट की जरूरत नहीं पड़ेगी

Deepak Kumar Chaubey

पहले सुपर मार्केट आया फिर बारकोड स्कैनर फिर सेल्फ चेकआउट की लाइन और उसके बाद ऑनलाइन शॉपिंग. हालांकि आजकल ऑनलाइन शॉपिंग करना पहले से बहुत आसान हो गया है. फिर भी बहुत से ऐसे मौके होते हैं, जब हमें ऑनलाइन शॉपिंग पर भरोसा नहीं होता. हम किसी स्टोर या शॉपिंग मॉल से ही खरीदारी करना पसंद करते हैं. पर किसी दुकान या शॉपिंग मॉल में सबसे बड़ी समस्या होती है चेकआउट के समय लाइन की. वहां पर हमारा बहुत सारा समय चला जाता है.

ऐसे में अगर हमें बिना चेकआउट के लाइन में खड़े हुए खरीदारी करने का मौका मिले तो कितना अच्छा हो! कुछ ऐसे ही कॉन्सेप्ट के साथ अमेजॉन जल्द ही शुरू करने वाला है, अपना पहला स्टोर और उसने अपने इस स्टोर को नाम दिया है 'अमेजॉन गो'.


क्या है अमेजॉन गो?

अमेजॉन एक बहुत बड़ी इ-कॉमर्स कंपनी है. इ-कॉमर्स कंपनियां अपने ग्राहकों के लुभाने लिए नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर रही हैं. इसी के तहत अमेजॉन लाया है 'अमेजॉन गो'. अमेजॉन के अनुसार 'अमेजॉन गो' एक नए तरह का स्टोर है, जहां आपको चेकआउट की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसका मतलब ये हुआ की जब आप अमेजॉन गो से खरीदारी करेंगे तो आपको लाइन नहीं लगानी पड़ेगी. आपको इसके लिए 'अमेजॉन गो' ऐप की जरूरत पड़ेगी. आप इस ऐप के साथ 'अमेजॉन गो' स्टोर में जाइए, सामान लीजिए और चले जाइए. आपको कोई लाइन लगाने की जरूरत नहीं, कोई चेकआउट की जरूरत नहीं.

अमेजॉन के अनुसार, वे इस आइडिया पर चार साल से काम कर रहे हैं कि कैसे एक ऐसा स्टोर बनाया जाए जहां ग्राहक सामान ले और स्टोर से बाहर चला जाए. उसे लाइन न लगानी पड़े. अमेजॉन ने इसके लिए कंप्यूटर विजन, सेंसर फ्यूजन और डीप लर्निंग जैसी तकनीक का इस्तेमाल किया है जो सेल्फ ड्राइविंग में भी इस्तेमाल किया जाता है. अमेजॉन ने इस टेक्नोलॉजी को पेटेंट करवाया है. अमेजॉन इसे 'जस्ट वाक आउट टेक्नोलॉजी' भी कह रही है.

कंप्यूटर विजन से डिजिटल इमेज ली जाती है, प्रोसेस की जाती है और फिर उसका विश्लेषण किया जाता है. सेंसर फ्यूजन में अलग-अलग सेंसर से प्राप्त डाटा को एक साथ मिलाकर विश्लेषण किया जाता है. डीप लर्निंग जिसे डीप मशीन लर्निंग भी कहा जाता है एक अल्गोरिदम पर आधारित होता है जिससे मशीन प्राप्त डाटा को प्रोसेस करती है और जिससे मशीन देख सकती है सीख सकती है और किसी परिस्थिति में आदमी की तरह या आदमी से बेहतर फैसले ले सकती है.

कैसे काम करता है अमेजॉन गो?

अमेजॉन गो को इस्तेमाल करने के लिए आपको अमेजॉन गो ऐप, अमेजॉन का अकाउंट और एक स्मार्टफोन की जरूरत पड़ेगी. आपको अपने स्मार्टफोन पर अमेजॉन ऐप को इंस्टाल करना होगा. अपने अमेजॉन अकाउंट में अपने बैंक अकाउंट या क्रेडिट कार्ड से पैसे ट्रांसफर करने होंगे. इसके बाद आप अपने स्मार्टफोन के साथ अमेजॉन के 'अमेजॉन गो' स्टोर में जाइए.

आपको जो भी सामान पसंद हो ले लीजिए, वो आपके वर्चुअल कार्ट में जुड़ जाएगा. अगर आप किसी भी चीज को वापस रखते हैं तो वो अपने आप आपके वर्चुअल कार्ट से हट जाएगा. अपने पसंद का सामान लेने के बाद आप अमेजॉन स्टोर से बहार चले जाइए. अमेजॉन आपके अमेजॉन अकाउंट से पैसे काट कर आपको रिसिप्ट भेज देगी. यहां आपको घंटों चेकआउट लाइन में लगने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी.

अमेजॉन की साइट पर दिए गए वीडियो में जैसा दिखाया गया है कि ग्राहक अपने स्मार्ट फोन को स्कैंनिग डिवाइस के सामने लाते हैं फिर स्टोर में चले जाते हैं. इसके बाद ग्राहक खरीदारी शुरू कर देते हैं. कुछ लोग सामान लेते हैं, कुछ लोग वापस रख देते हैं. एक बार सामान लेने के बाद ग्राहक स्टोर से चले जाते हैं. इसके बाद दिखाया जाता है कि कैसे फोन पर आपको रिसिप्ट मिलती है.

वाशिंगटन में खुलेगा पहला स्टोर

पहला अमेजॉन गो स्टोर सिएटल वाशिंगटन में खुलने जा रहा है. अभी ये स्टोर सिर्फ अमेजॉन के कर्मचारियों के लिए ही उपलब्ध है. अमेजॉन के अनुसार 2017 की शुरुआत में ही इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा. यह स्टोर लगभग 1800 स्क्वायर फीट में फैला है जहां ग्राहक आसानी से सामान ले के जा सकते हैं.

अमेजॉन के इस पहले स्टोर में, वहीं स्थित किचन और बेकरी में शेफ के द्वारा हर दिन बनाया गया ताजा लंच, डिनर और नाश्ता उपलब्ध रहेगा. आप अमेजॉन के शेफ द्वारा तैयार की गई अमेजॉन मील किट भी ले सकते हैं, जिससे आप दो लोगों का खाना 30 मिनट में बना सकते हैं.

अगर आप चाहते हैं कि अमेजॉन गो स्टोर खुलने पर आपको सूचित किया जाए तो आप अमेजॉन की साइट पर जा कर रजिस्टर कर सकते हैं. स्टोर खुलने पर अमेजॉन इसकी सूचना आपको दे देगा.