प्रतिभाशाली मेहुली घोष ब्यूनसआयर्स में चल रहे यूथ ओलिंपिक गेम्स में महिलाओं की दस मीटर एयर राइफल में सोमवार को ऐतिहासिक स्वर्ण पदक से चूक गईं और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा. मेहुली फाइनल में 0.7 अंक से सोना जीतने से चूक गई. फाइनल में मेहुली ने कुल 248 अंक हासिल कर दूसरा स्थान प्राप्त किया. स्वर्ण पदक डेनमार्क की ग्रुंडसोई स्कूराह के नाम रहा, उन्होंने कुल 248.7 अंक अर्जित किए.
मेहुली ने शुरू से अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन 24वें और अंतिम शॉट में 9.1 का स्कोर उन्हें भारी पड़ा जिससे वह स्वर्ण पदक से चूक गईं. भारत ने अब तक इन खेलों में कभी स्वर्ण पदक नहीं जीता है. भारत का निशानेबाजी रेंज में यह दो दिन में दूसरा रजत पदक है. रविवार को शानू माने पुरुषों की एयर राइफल में दूसरे स्थान पर रहे थे.
मेहुली क्वालीफाइंग में 628.8 अंक बनाकर शीर्ष पर रहीं. उन्होंने पहली सीरीज में 105.7, दूसरी सीरीज में 105.4, तीसरी में 105.1, चौथी में 104.1, पांचवीं में 104.7 और छठी सीरीज में 103.1 अंक हासिल किए. फाइनल में उनके और ग्रुंडसोई स्कूराह के बीच कड़ा मुकाबला हुआ, लेकिन आखिर में डेनमार्क की निशानेबाज स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं. निशानेबाजी में मनु भाकर और सौरभ चौधरी पर भी भारत की निगाहें टिकी हैं.