अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स ने अलग अंदाज में तीसरे यूथ ओलिंपिक का आगाज हुआ और इसी के साथ यह समारोह इतिहास के पन्नों मे दर्ज हो गया. 18 अक्टूबर तक चलने वाले इस यूथ ओलिंपिक गेम्स में 206 देशों के करीब 4 हजार खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. भारत की ओर 47 सदस्यीय दल चुनौती पेश करेगा. भारतीय समयानुसार रविवार की तड़के सुबह हुए रंगारंग उद्घाटन समारोह ने खेलों का बिगुल बजा.
ओलिंपिक और यूथ ओलिंपिक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब उद्घाटन समारोह न सिर्फ खिलाडि़यों के लिए बल्कि शहर के आम लोगों के लिए भी आयोजित हुआ. उद्घाटन समारोह किसी स्टेडियम में न होकर उसके बाहर हुआ है. समारोह की ही यह खास बात थी कि शहर के आम लोगों के लिए भी इसके द्वार खुले हुए थे.
समारोह की शुरुआत में हवा में तैरते हुए ओलिंपिक रिंग्स सबसे सामने आए. इस समारोह का सफल बनाने के लिए 350 कलाकार, सिंगर सहित करीब दो हजार लोगों ने लगे थे.
यूथ ओलिंपिक गेम्स का यह समारोह युवा खिलाडि़यों के जोश का दर्शाते हुए थे. युवा खिलाडि़यों के महाकुंभ में शामिल ज्यादातर खेलों को वर्चुअल रूप से स्टेज पर दिखाया गया.
आईओसी के अध्यक्ष थॉमस ने कहा कि जिस खेल से आप सबसे ज्सादा प्यार करते हैं, उसमें आपने अपना सबसे बेहतरीन दिया और यहीं कारण है कि आप इस गेम्स में शामिल होने के हकदार हैं. सभी एथलीट अलग हैं. हम सभी लोग दुनिया के विभिन्न कोनों से आए हैं और सभी की संस्कृति भी अगल हैं, लेकिन हम फिर भी दोस्ती और सम्मान के ओलिंपिक मूल्यों से एकजुट हैं. यह अनभुव आपके साथ पूरी जिंदगी रहेगा. हम सभी यहां हकीकत के गेम चैंजर्स के रूप में जश्न मनाने के लिए इकट्ठे हुए हैं.
सेरेमनी में यूथ ओलिंपिक फ्लेम को कई युवा अर्जेंटीना के खिलाउि़यों के बीच पास किया गया.
अर्जेंटीना के दो दिग्गज खिलाड़ी पारेतो औ सैंटिसागो ने यूथ ओलिंपिक फ्लेम को प्रज्जवलित किया और यह लौ अब यूथ ओलिंपिक पार्क की ओर जाएगी, जहां 18 अक्टूबर तक जलती रहेगी.
भारत की ओर गोल्डकोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट मनु भारत ध्वजावहक थी. भारत का 47 सदस्यीय दल 13 खेलों में दमखत दिखाएगा. इस बार भारत को यहां मनु भाकर के अलावा सौरभ चौधरी से उम्मीदें है. भारत ने यूथ ओलिंपिक में अब तक एक भी गोल्ड मेडल नहीं जीता है. ओपनिंग सेरेमनी के पहले मनु और इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन के महासचिव राजीव मेहता बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन