दिल्ली के वाईएमसीए में 3 जून को वर्ल्ड चैंलेंजर डे मनाया गया. बास्केटबॉल गेम की 125वीं सालगिरह होने के कारण इस साल जेनेवा स्थित वाईएमसीए ने वर्ल्ड चैंलेंजर डे को बास्केटबॉल को समर्पित किया. इसे मनाने के लिए दिल्ली वाईएमसीए स्पोर्टस ने प्रदर्शनी मैच का आयोजन किया. यह मैच प्रेसीडेंट वाईएमसीए और जनरल सेक्रेटरी वाईएमसीए टीमों के बीच खेला गया. मैच टाई पर खत्म हुआ. वाईएमसीए ने इसी मौके पर अपना सालाना कैलेंडर भी रिलीज किया. मैच से पहले एक कांफ्रेस का आयोजन किया गया जिसमें खेलों को जमीनी तौर पर और लोगों तक पहुंचने पर चर्चा हुई.
इस मौके पर वाईएमसीए के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के सदस्य नॉरिस प्रीतम ने बताया, ‘यह बास्केटबॉल के आविष्कार की 125वीं वर्षगांठ है इस दिन को दुनिया के सबसे तेज खेल में से एक के आविष्कार के लिए मनाया जाता है. स्पैनिशिंग में वाईएमसीए जिम में खेल का आविष्कार कनाडाई शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षक जेम्स नेशिथम ने ही किया था. नेशिथम के दिए हुए 13 शुरुआती नियमों को वाईएमसीए के न्यूजलेटर द्वारा फैलाने के बाद ही गेम अपने अस्तित्व में आया. 1894 तक बास्केटबॉल फ्रांस, चीन, भारत और एक दर्जन से अधिक अन्य देशों में खेला जा रहा था.’
मौके पर पूर्व दिग्गज भारतीय बास्केटबॉल प्लेयर हरशरण सिंह, पहलवान जगदीश कालीरमण, लंबे समय से हॉकी से जुड़े के. अरुमुगम के अलावा वाइएमसीए के अधिकारी भी मौजूद रहे.