साल 2016 के रियो ओलिंपिक से पहले आपको भारतीय रेसलिंग का वह वाकिया तो अब भी याद होग जब एक ही कैटेगरी के लिए दो बार के ओलिंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार और रेसलर नरसिंह यादव के बीच तंबी तनातनी चली थी. उसके बाद हाइकोर्ट से सुशील को मिली निराशा और नरसिंह यादव के डोप में फंसने के चलते यह मामला इंटरनेशनल स्तर पर सुर्खियों में आ गया था.
नरसिंह यादव ने उन्हें इस मामले में फंसाए जाने का आरोप लगाया था और भारी दबाव के बाद इसकी जांच देश की सबसे काबिल जांच एजेंसी सीबीआई को सौंपी गई थी.
सीबीआई को इस मामले की जांच करते हुए एक साल से ज्यादा वक्त हो चुका है लेकिन अभी तक कोई नतीजा सामने नहीं आया है. वहीं नरसिंह यादव पर डोपिंग के आरोप के चलते उस वक्त चार साल की पाबंदी लगी थी.
ऐसे में अब नरसिंह चाहते हैं कि सीबीआई इस जांच को जल्दी ही पूरी करे ताकि अगले साल होने वाले कॉमनवेल्थ और एशियाड खेलों में उन्हें खेलने का मौका मिल सके. सीबीआई की जांच में तेजी की अपनी इस मांग को लेकर नरसिंह यादव पीएम मोदी से मिलकर गुहार लगाना चाहते है जिसके लिए उन्होंने पीएमओ से वक्त भी मांगा है.