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जूनियर विश्व बैडमिंटन: भारतीय उम्मीदों को लगा झटका, मेडल की दौड़ से बाहर हुई मिक्स्ड टीम

साउथ कोरिया ने 1-3 से हराकर भारत को क्वार्टर फाइनल से बाहर कर दिया

FP Staff

विश्व जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है. भारत के उभरते बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन की तमाम कोशिशों के बावजूद भारतीय टीम मिक्स्ड टीम इवेंट से बाहर हो गई है. क्वार्टर फाइनल में भारत को साउथ कोरिया ने 1-3 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया.


एशियाई जूनियर चैम्पियन लक्ष्य अपेक्षाओं पर खरे उतरे, बाकी मुकाबलों में भारत को शिकस्त का सामना करना पड़ा. युगल वर्ग में दो हार के साथ भारत का भविष्य तय हो गया. महिला एकल में हार के बाद टीम बाहर हो गई. गा युन पार्क ने वीमंस सिंगल में भारत की मालविका को मात्र 29 मिनट में 21-17, 21- 12 से हराया.

लक्ष्य ने बराबर कर दिया था स्कोर

क्वार्टर फाइनल में भारत ने मिक्स्ड डबल्स के साथ शुरुआत की, लेकिन भारत की तनीष क्रास्टो और ध्रुव कपिला कोरिया के ना युन जियोंग और चान वांग से 22-20, 14-21, 12-21 से हारकर बाहर हो गए और इसी के साथ कोरियन ने भारत ने बढ़त हासिल कर ली, लेकिन इस बढ़त को विश्व जूनियर रैंकिंग में तीसरे नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने जि हून चोई को 16-21, 21-18, 21-12 से हराकर बराबर कर दिया. हालांकि पहले गेम में लक्ष्य अपनी लय से भटके दिखे, लेकिन आखिरी के दोनों गेमों में उन्होंने मजबूत शॉट लगाकर अपनी लय में वापस लौटने के संकेत दिया और आसानी से जीत हासिल कर ली.

पुरुष युगल में ताए याग शिन और चान वांग की जोड़ी ने भारत के कृष्णा प्रसाद गारागा और ध्रुव कपिला को 19-21, 21-19, 21-11 के अंतर से हराकर एक बार फिर कोरियन टीम को बढ़त दिला दी थी. भारतीय जोड़ी ने पहला गेम जीतने के बाद कांटे की टक्कर में दूसरा मुकाबला गंवा दिया और तीसरे गेम में तो कोरियन जोड़ी ने उन्हें वापसी का कोई मौका तक नहीं दिया. इस हार के साथ ही भारत 1-2 से पिछड़ गया था और इसके बाद वीमंस सिंगल में मिली हार ने इस अंतक को 1-3 कर दिया. चैंपियनशिप में सिंगल टूर्नामेंट 11 नवंबर से शुरू होंगे, जो 15 नवंबर तक चलेंगे