आयरलैंड ने पेनल्टी शूटआउट में भारत की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए हॉकी वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है. आयरलैंड ने भारत को पेनल्टी शूटआउट में 3-1 से हराया.हालांकि 60 मिनट में खेल में दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर चल रही थी, लेकिन निर्धारित समय में कोई गोल न होने के कारण मुकाबला पेनल्टी शूटआउट में चला गया, जहां आयरलैंड ने बाजी मार ली. अगर भारतीय टीम इस मुकाबले को जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लेती तो रानी रामपाल की अगुआई वाली यह टीम एक नया इतिहास रच देती, क्योंकि भारत ने पिछली बार 1974 में सेमीफाइनल में प्रवेश किया था.
तीसरे स्ट्रोक में आयरलैंड ने हासिल की बढ़त
आयरलैंड की ओर से पहला स्ट्रोक निकोला ने लिया , लेकिन यहां वह चूक गई. भारत की ओर रानी रामपाल ने पहला स्ट्रोक लिया और इसे वह गोल में बदलने में असफल रही. स्कोर 0-0 रहा.
आयरलैंड की एना दूसरा स्ट्रोक लेने आई थी, जिसें भारतीय गोलकीपर सविता ने बचा लिया। वहीं भारत मोनिका भी दूसरे शूटआउट में भारत का खाता नहीं पाई थी. गेंद बाहर की ओर चली गई स्कोर 0-0
तीसरी कोशिश में आयरलैंड सफल रहा है, यहां आयरलैंड ने गोल करके 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है. वही भारत की ओर से नवजोत तीसरा स्ट्रोक लेने आई, लेकिन इस बार भी भारत सफल नहीं हो पाया.
आयरलैंड ने अपना चौथा स्ट्रोक गोल में बदल कर बढ़त को 2-0 कर दिया रीना खोखर चौथा स्ट्रोक लेने आई और यहां वह भारत का खाता खोलने में सफल रही. आयरलैंड 2-1 से आगे चल रहा है.
5वां स्ट्रोक लेने के लिए वाटकिंस आई और यहां उन्होंने इसे गोल में बदलकर अंतिम 4 में आयरलैंड का स्थान पक्का कर दिया है और इसी के साथ भारत का सफर यहीं पर थम गया.
चौथा क्वार्टर: चौथे और आखिरी क्वार्टर में भारतीय टीम पिछले तीन क्वार्टर की तुलना में ज्यादा अटैकिंग दिखी.हालांकि 43वें मिनट में आयरलैंड ने लॉन्ग बॉल को भारत के डी में पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन सुनीता और दीप ने इसे पढ़ते हुए इसे लक्ष्य तक जाने से रोका. इसके बाद रानी ने सर्किल में प्रवेश करके शॉट लगाना चाहा, लेकिन गेंद आयरलैंड के डिफेंडर्स को हिट कर गई और 49वें मिनट में इस मुकाबले का पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला, जो भारत को मिला. रानी ने सर्किल के टॉप से शॉट लगाया, जिसे मैक्फेरेन ने बचा लिया. और अपनी स्टिक्स के क्लीयर भी किया. इस क्वार्टर के अंतिम सेकंड तक भारत गोल करने की कोशिश करती रही, लेकिन 60 मिनट का यह खेल गोलरहित ही रहा.
तीसरा क्वार्टर: तीसरा क्वार्टर शुरू होते ही मैकले ने राइट विंग से शॉट लगाकर भारत पर दबाव बनाना शुरू किया। हालांकि उनका यह शॉट रॉन्ग साइड चला गया, लेकिन आयरलैंड के इस अटैक से इस क्वार्टर में भारतीय टीम पर दबाव झलकने लगा था. हालांकि भारतीय कप्तान ने जगह देखकर कुछ अटैक करने की कोशिश भी की, लेकिन विल्सन ने उतनी ही चतुराई से उन्हें टेकल भी किया.
दूसरा क्वार्टर: दूसरे हाफ में भी दोनों टीमों के बीच गोल के संघर्ष रहा. पहले हाफ तक दोनों ही टीमें न तो कोई गोल कर पाई और न ही किसी को पेनल्टी कॉर्नर मिला. दूसरे क्वार्टर में भारत ने कुछ कोशिश की भारत आयरिश सर्किल में गया और यहां पर भारत के पास मौका था, लेकिन आयरिश डिफेंडर्स ने गेंद को खतरे से बाहर कर दिया.18वें मिनट में आयरलैंड में मौका बनाया था, लेकिन इस खतरे को रोकने के लिए राइट पोजीशन में लिलिमा थी. 25वें मिनट में भारत के पास एक और मौका आया, लेकिन इस बार कप्तान रानी रामपाल ने लक्ष्य पर शॉट लगाया, लेकिन गेंद मार्क से थोड़ी बाहर चली गई.
पहला क्वार्टर: पहले क्वार्टर के शुरुआत से ही आयरलैंड की टीम भारतीय टीम पर हावी दिखी। हालांकि इस क्वार्टर में आयरलैंउ हाथ आए मौके को भुना नहीं पाई. आयरिश टीम को सर्किल के करीब से फ्री हिट मिली थी, लेकिन यहां आयरलैंड चूक गई.