गुरूवार को जहां क्रिकेट में भारतीय महिला ने वर्ल्डकप के फाइनल में धमाकेदार एंट्री की, वहीं महिलाओं की हॉकी टीम के हाथ निराश आई. जापान ने महिला हाकी विश्व लीग सेमीफाइनल के 5वें से 8वें स्थान के लिये खेले गये मैच में भारत को 2-0 से हराया. इस हार के साथ ही भारतीय टीम का वर्ष 2018 में होने वाले वर्ल्डकप के लिए भी क्वालीफाई नहीं कर सकी है. भारत ने अच्छी शुरुआत की और मोनिका ने पहले मिनट में ही जापान के गोल पर हमला किया लेकिन जापानी गोलकीपर मेगुमी कागेयामा ने उसका अच्छी तरह से बचाव किया. इसके बाद जापान ने अपनी रक्षापंक्ति मजबूत कर दी और आक्रमण तेज कर दिया. जापान को 7वें मिनट में पहला पेनल्टी कार्नर मिला जिसे काना नोमुरा ने गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की. भारत की खिलाड़ियों में जोश की कमी दिखाई दी और जापान ने लगातार आक्रमण करते हुए उनकी रक्षापंक्ति को बार-बार भेदा. भारतीय खिलाड़ियों में समन्वय की भी कमी दिखाई दी. यही कारण था कि अपने से नीचे की रैंकिंग होने के बावजूद भी जापान ने दबदबा बनाये रखा.
जापान को 8वें और 10वें मिनट में पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन भारत की मोनिका और सविता ने अच्छा बचाव किया.
भारत ने दूसरे क्वार्टर में कुछ अच्छे मूव बनाये लेकिन उसे गोल करने में सफलता नहीं मिली. इस बीच भारतीय गोलकीपर सविता ने कुछ अच्छे बचाव भी किये. जापान को 29वें मिनट में पेनल्टी कार्नर मिला और इस बार नाहो इचितानी ने उसे गोल में बदला. भारत ने आखिरी दो क्वार्टर में वापसी की बहुत कोशिश की लेकिन उसे नाकामी ही हाथ लगी भारतीय टीम अब 22 जुलाई को 7वें और 8वें स्थान के लिये मैच खेलेगी.