नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया की ऐतिहासिक संयुक्त आइस हॉकी महिला टीम को सोमवार को विंटर ओलिंपिक में स्वीडन के खिलाफ 0-8 से शिकस्त का सामना करना पड़ा. इस हार के साथ टीम की अगले दौर में जगह बनाने की संभावनाएं भी खत्म हो गईं. टीम को अपार समर्थन मिला, लेकिन वो इसे जीत में नहीं बदल सकी.
यहां तक की नॉर्थ कोरियाई मीडिया ने संयुक्त टीम के ओलंपिक में पहले मैच में 0-8 से हार का जिक्र भी नहीं किया, हालांकि उसने इस दौरान खिलाड़ियों और समर्थकों की सराहना की. पहले मैच में नॉर्थ कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग स्विट्जरलैंड के खिलाफ मैच को देखने के लिए अपने देश की रस्मी प्रमुख के तौर पर साउथ कोरिया के अध्यक्ष मून जूइ इन के साथ मौजूद थीं. प्योंगयांग की आधिकारिक कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने हार की जगह टीम और नॉर्थ कोरियाई चीयरलीडर को तवज्जो दी और नतीजे का जिक्र नहीं किया.
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाक ने संयुक्त टीम की महिला खिलाड़ियों से कहा कि उन्हें अपने आप पर गर्व होना चाहिए. आईओसी के प्रवक्ता मार्क एडम्स ने कहा, "बाक ने खिलाड़ियों से कहा कि महत्वपूर्ण चीज यह थी कि वह अच्छी तरह लड़ीं. आपने अपनी जी-जान लगा दी. आपको इस पर गर्व होना चाहिए.'
एडम्स के अनुसार, बाक ने खिलाड़ियों से कहा कि वे इस खेल के महत्व को महसूस करेंगे. बाक ने यह भी कहा कि एक खिलाड़ी के रूप में उन्हें ज्ञात है कि खिलाड़ियों ने कैसा महसूस किया होगा. यह ओलंपिक खेलों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण था."
(एजेंसी इनपुट के साथ)