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शुरू होने से पहले ही विवाद में फंसी वॉलीबॉल की प्रौफेशनल लीग

वॉलीबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया ने इस साल अक्टूबर से लीग शुरू करने का किया है ऐलान

FP Staff

10 साल पहले शुरू हुई आईपीएल मे भारत में क्रिकेट की तस्वीर को बदल कर रख दिया है. आईपीएल की कामयाबी के बाद इसी तर्ज पर कई और खेलों की लीग शुरू हुई. हालांकि ये लीग आईपीएल जैसी कामयाबी तो हासिल नहीं कर सकीं है और कुछ लीग तो कानूनी पचड़ों में भी फंस गई हैं.

इसी कड़ी में अब अगली बारी व़ॉलीबॉल लीग की हो सकती है. वॉलीबॉल फडरेशन ऑफ इंडिया यानी वीएफआई ने इसी साल अक्टूबर में वॉलीबॉल की लीग शुरू करने का ऐलान किया है जिसके लिए उसने बेसलाइन वेंचर्स को पार्टनर बनया है. वीएफआई का यह फैसला कानूनी लड़ाई में पंस सकता है क्योंकि एक और स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी स्पोर्ट्जलाइव का दावा है कि इस लीग को आयोजित कराने के अधिकार उसके पास हैं.


एक वेबसाइट इनसाइट स्पोर्ट्स की खबर के मुताबिक वीएफआई के महासचिव राम अवतार सिंह ने स्पोर्ट्ज लाइव के दावे को खारिज करते हुए उसे आधारहीन करार दिया है. उनका दावा है कि इस लीग को वीएफआई की कोर एक्जीक्यूटिव कमेटी ने मान्यता दी है.

दरअसल यह मसला वीएफआई की आंतरिक गुटबाजी का नतीजा है जब फेडरेशन के दोनों विरोध गुटों ने 24 फरवरी, 2016 को वॉलीबॉल की अलग अगली लीग शुरू करने का ऐलान किया था. इनमें से एक गुट ने स्पोर्ट्ज लाइव को अपना पार्टनर बनाया था. खबर के मुताबिक स्पोर्ट्ज लाइव के एक अधिकारी ने दावा किया है कि उनकी कंपनी इस लीग के लिए वीएफआई को नौ करोड़ रुपए का ड्राफ्ट भी दे चुकी है.

बहरहाल इन दोनों कंपनियों के बीच की लड़ाई में इस बात की पूरी आशंका है यह लीग शुरू ही ना हो सके.