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US OPEN 2018: सेरेना ने कहा मैं नहीं हूं बेईमान, लेकिन क्या वाकई में बेकसूर हैं?

उन्होंने कहा, मुझ पर एक गेम का जुर्माना लगाना लैंगिक भेदभाव है. यही मुकाबला अगर पुरुषों के बीच हो रहा होता तो अंपायर 'चोर' कहने पर कभी एक गेम का जुर्माना नहीं लगाते

FP Staff

यूएस ओपन में शनिवार को जापानी खिलाड़ी नाओमी ओसाका के खिताब जीतने से ज्यादा अमेरिकी खिलाड़ी सेरेना विलियम्स और चेयर अंपायर के बीच हुआ विवाद चर्चा में रहा. ओसाका के खिलाफ यूएस ओपन खिताब गंवाने वाली सेरेना ने चेयर अंपायर को गुस्से में 'झूठा' और 'चोर' करार दिया था. इसके साथ ही वह एक बार फिर विवादों में घिर गईं.

मैच के बाद सेरना ने कहा, 'मैं यूएस ओपन के फाइनल में बेईमानी नहीं कर रही थी. उन्होंने कहा, मुझ पर एक गेम का जुर्माना लगाना लैंगिक भेदभाव है. यही मुकाबला अगर पुरुषों के बीच हो रहा होता तो अंपायर 'चोर' कहने पर कभी एक गेम का जुर्माना नहीं लगाते. मैं पुरुष खिलाड़ियों को अंपायर को कई बातें कहते सुन चुकी हूं. मैं यहां महिलाओं के अधिकार और पुरुषों से उनकी बराबरी के लिए लड़ रही हूं.'


क्या था मामला 

दरअसल, यूएस ओपन के फाइनल मुकाबले में छह बार की चैंपियन सेरेना विलियम्स और पहली बार ग्रैंडस्लैम जीतने वाली जापान की नाओमी ओसाका के बीच मुकाबला चल रहा था. सेरेना पहला सेट 6-2 से हार चुकी थीं. दूसरे सेट के दूसरे गेम में चेयर अंपायर ने सेरेना को चेतावनी दी, क्योंकि उनके कोच पैट्रिक मोराटोग्लू ने हाथ से कुछ इशारा किया जिसे चेयर अंपायर रामोस ने मैदान पर खेल के दौरान कोचिंग देना माना और साथ ही ग्रैंडस्लैम के नियमों का उल्लंघन भी.

लेकिन सेरेना ने चेयर अंपायर के पास जाकर कहा कि वह केवल मनोबल बढ़ा रहे थे. उन्होंने यह भी कहा कि वह जानती हैं कि ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिताओं में खेल के दौरान कोचिंग नहीं ले सकते इसलिए वो ऐसा नहीं करेंगी. सेरेना ने रूखे अंदाज में कहा, 'मैं मैच जीतने के लिए बेईमानी नहीं करूंगी. इसके बजाय हारना पसंद करूंगी.' इसके बाद सेरेना ने अपना गेम जीत लिया और फिर ओसाका की सर्विस को तोड़ते हुए दूसरे सेट में 3-1 से बढ़त ले ली. लेकिन इसके तुरंत बाद ओसाका ने भी सेरेना की सर्विस तोड़ दी.

जैसे ही यह गेम खत्म हुआ सेरेना ने गुस्से में अपना रैकेट मैदान पर ही पटक कर तोड़ दिया. मैच के नियमों का उल्लंघन मानते हुए अंपायर ने सेरेना पर एक पाइंट का जुर्माना लगा दिया. इसे सुनते ही सेरेना भड़क गईं और उन्होंने अंपायर रामोस से माफी मांगने को कहा और कहा कि वो माइक पर दर्शकों को बताएं कि सेरेना कोचिंग नहीं ले रही थी. अंपायर और सेरेना के बीच बढ़ते विवाद के बीच मैच रेफरी ब्रायन बीच में आए और सेरेना ने रोते हुए उनके सामने अपनी बात रखी.

चेयर अंपायर को कहा चोर

इसके बाद जब ओसाका 4-3 से आगे थीं सेरेना के चेहरे और हाव भाव से साफ झलक रहा था कि वह अंपायर के फैसले से नाखुश हैं. उन्होंने एक बार फिर अंपायर रामोस से कहा कि उन्होंने एक पांइंट चुराया है. साथ ही सेरेना ने रामोस को 'चोर' कहा. इस पर मैच के दौरान तीसरी बार नियमों का उल्लंघन करने पर रामोस ने सेरेना पर एक गेम का जुर्माना लगा दिया. इससे ओसाका की लीड बढ़कर 5-3 हो गई.

कोच पैट्रिक मोराटोग्लू की सफाई

मैच के बाद कोच पैट्रिक मोराटोग्लू ने यह स्वीकार किया कि वह सेरेना को कोचिंग दे रहे थे, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि मुझे नहीं लगता कि उसने मेरी तरफ देखा भी था. उन्होंने यह भी कहा कि ओसाका के कोच भी यह कर रहे थे और बाकी सभी कोच भी ऐसा करते हैं. कोर्ट पर कोचिंग देना ग्रैंडस्लैंम टूर्नामेंट को छोड़कर बाकी सभी डब्ल्यूटीएफ मैचों में मान्य है.

हालांकि मैच के बाद जब सेरेना से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मुझे कोई कोचिंग नहीं दी जा रही थी और तब मोरोटोग्लू क्या कहना चाह रहे थे ये मुझे समझ नहीं आया.' उन्होंने यह भी कहा कि हमने पहले से कोई तय संकेत नहीं बना रखा था और ना ही कभी मैंने उन्हें ऐसा करने को कहा.

ओसाका ने किया सेरेना को 24वें ग्रैंडस्लैम खिताब से वंचित 

सेरेना ने अगला गेम जीता, लेकिन ओसाका ने अपनी सर्विस बचाकर अपने देश के लिए ऐतिहासिक जीत दर्ज की. सेरेना एक सितंबर 2017 को अपनी बेटी ओलंपिया के जन्म के बाद से पहले ग्रैंडस्लैम खिताब की तलाश में हैं. ओसाका ने सेरेना को 24वें ग्रैंडस्लैम खिताब से वंचित किया, जिससे वह मारग्रेट कोर्ट के 24 ग्रैंडस्लैम खिताब के सर्वकालिक रिकॉर्ड की बराबरी कर लेतीं.