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खेल मंत्रालय ने एक साल बाद टेनिस संघ को दोबारा दी मान्यता

खेल संहिता का उल्लंघन करने के चलते टेनिस संघ को किया गया था निलंबित

Bhasha

खेल मंत्रालय ने अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) को एक साल बाद राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ) के तौर पर मान्यता प्रदान कर दी है. एक साल पहले विवादास्पद खेल संहिता का पालन नहीं करने के कारण एनएसएफ के तौर पर टेनिस संस्था को मान्यता नहीं दी गयी थी.

मंत्रालय ने कल इस संबंध में एआईटीए को संवाद भेजा जिसने इस साल के शुरू में नया अध्यक्ष चुना. अनिल शर्मा को 2016 में हटने के लिये बाध्य कर दिया गया था.


एआईटीए ने वरिष्ठ ब्यूरोक्रेट प्रवीण महाजन को पिछले साल एक दिसंबर को अपनी कार्यकारी समिति की बैठक में संस्था का नया प्रमुख चुना था.

हालांकि सरकार ने जोर देते कहा कि एआईटीए सही से चुनाव कराये, जिसके बाद तीन फरवरी को पुणे में विशेष आम बैठक (एसजीएम) करायी गयी जिसमें महाजन को 2020 तक अध्यक्ष चुना गया.

मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘‘हमने उनकी मान्यता पर अस्थायी निलंबन लगा रखा था, एआईटीए के नये अध्यक्ष के संबंध में सत्यापन लंबित था. अनिल खन्ना के जाने के बाद उन्होंने महाजन को चुना लेकिन हमें देखना था कि एक संबद्ध प्राधिकरण से मंजूरी मिली है या नहीं. ’’ अधिकारी ने कहा, ‘‘यह एक आम होने वाली सत्यापन प्रक्रिया था और कुछ नहीं. (सीएटी से) दस्तावेज मिलने के बाद, हमें इसमें देरी करने का कोई कारण नहीं दिखा. बल्कि हमें शुरू में ही स्पष्ट कर देना चाहिए था कि हमने एआईटीए की मान्यता कभी रद्द नहीं की थी. इसलिये यह मान्यता सत्यापन प्रक्रिया का हिस्सा है. ’’ महाजन सीबीईसी की पहली महिला प्रमुख थीं, अब वह केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (सीएटी) के प्रशासनिक सदस्य के तौर पर जोधपुर में कार्यरत हैं.