भारत के उभरते बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने पिछले माह विश्व जूनियर में मिली हार का हिसाब बराबर करते हुए थाईलैंड के कुनलावत वितिदसार्न को हराकर टाटा ओपन इंटरनेशनल चैलेंज खिताब अपने नाम कर लिया है. यह उनका पहला इंटरनेशनल चैलेंज खिताब है. पिछले बार के उप विजेता रहे लक्ष्य को विश्व जूनियर चैंपियनशिप में थाईलैंड खिलाड़ी ने तीन गेम में शिकस्त दी और लक्ष्य को ब्रॉन्ज से संतोष करना पड़ा था, लेकिन इस खिताबी मुकाबले भारतीय चुनौती हावी.
वहीं महिला वर्ग में अस्मिता चालिहा ने 8वीं रुषाली गुमादी आधे घंटे में हराकर अपने करियर का दूसरा सीनियर इंटरनेशनल खिताब जीता.
35 मिनट में जीते लक्ष्य
पुरुष वर्ग के सिंगल में लक्ष्य ने थाईलैंड चुनौती को आसानी से मात दी. दोनों खिलाड़ी करियर में तीसरी बार आमने हुए है, लेकिन सीनियर इवेंट में पहली बार दोनों एक दूसरे के खिलाफ उतरे थे. पिछली बार लक्ष्य को खिताबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार वह अपने विपक्षी खिलाड़ी से भली भांति से परिचित थे, जिसका फायदा उन्होंने उठाया और 35 मिनट में 21 15 21 10 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया.
दुनिया के पूर्व नंबर एक जूनियर खिलाड़ी लक्ष्य ने कहा कि विपक्षी खिलाड़ी के खेल को जानने के कारण वह पहले से ही तैयार थे और उनका ध्यान पूरी तरह से केंद्रित था.
महिला वर्ग में भी रहा एकतरफा मुकाबला
पुरुष वर्ग की तरह महिला एकल में भी खिताबी मुकाबला एकतरफा ही देखने को मिला. अस्मिता ने गुमादी को 30 मिनट में 21 16, 21 13 से हराकर दूसरी बार इंटरनेशनल खिताब जीता. इससे पहले उन्होंने इसी साल दुबई इंटरनेशनल जीता था. जीत के बाद चालिहा ने कहा कि वह इससे पहले तीन चार बार उसके खिलाफ हार चुकी थी और यह पहली बार है, जब चालिहा ने उन्हें हराया.
सुमित रेड्डी और आरआर अर्जुन की पुरुष युगल जोड़ी भी 35 मिनट चले खिताबी मुकाबले में जी फेई गोह और नूर इजुद्दीन की मलेशिया की शीर्ष वरीय जोड़ी को 21-10, 21-16 से हराकर खिताब जीतने में सफल रही. जबकि महिला युगल के फाइनल मे मेघना जक्कमपुडी और पूर्विशा एस राम की भारत की शीर्ष वरीय जोड़ी को एनजी विंग युंग और युंग एनगा टिंग की हांगकांग की दूसरी वरीय जोड़ी के खिलाफ 10-21, 11-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी.