भारत के शीर्ष टेबल टेनिस खिलाड़ियों को अब घरेलू टूर्नामेंट को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है, क्योंकि भारतीय टेबल टेनिस महासंघ (टीटीएफआई) ने शीर्ष खिलाड़ियोंके लिए राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए अलवा कुछ घरेलू टूर्नामेंटों में खेलना भी अनिवार्य कर दिया है. टीटीएफआई की हुई कार्यकारी समिति की
बैठक में यह फैसला लिया गया. बैठक में में शीर्ष खिलाड़ियों के घरेलू टूर्नामेंटों में नहीं खेलने और चयन प्रक्रिया में बदलाव करने के कई मुद्दे को उठाया गया.
समिति ने इस बैठक में लगभग 12 महत्वपूर्ण फैसले लिए, जिसमें चयन प्रकिया में बदलाव करना के साथ घरेलू प्रतियोगिताओं में शीर्ष खिलाड़ियों के ना खेलने से जुडे फैसले शामिल हैं.
समिति ने फैसला लिया कि घरेलू टूर्नामेंटों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग अंकों के अभाव में भी अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों पर भी भविष्य की टीम के लिए चयनकर्ता नजर रखेंगे. समिति ने अपनी नीति में नये उपबंध जोड़े है जो खिलाड़ियों के हितों की रक्षा करते हैं. इसमें शीर्ष खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय चैंपियनशिप के अलावा कुछ घरेलू टूर्नामेंटों में खेलना अनिवार्य होगा.