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ऑस्ट्रेलिया को हराना है तो ‘मेंटल टफनेस’ है सबसे अहम

सुल्तान अजलन शाह कप में भारत का पहला मुकाबला ब्रिटेन से 29 अप्रैल को

FP Staff

कुछ युवा चेहरे, नई रणनीति के साथ कुछ वो नाम जो पिछले कुछ समय में भारतीय हॉकी टीम को जीत दिलाने में अहम रोल निभाते हैं. उनमें से एक हैं टीम के कप्तान श्रीजेश, जिन्हें लगता है कि भारतीय टीम की जीत मानसिक हालात पर निर्भर करेगी. खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ.

भारतीय टीम बेंगलुरु से सुल्तान अजलन शाह कप के लिए मलेशियाई शहर इपोह रवाना हो रही है. सुल्तान अजलन शाह कप इंटरनेशनल कैलेंडर में भारतीय सीनियर टीम का पहला बड़ा टूर्नामेंट है. ऐसे में यहां अच्छी शुरुआत साल में बेहतर प्रदर्शन के लिए अहमियत रखती है.


भारत ने पिछले साल टूर्नामेंट में रजत पदक जीता था. कप्तान पीआर श्रीजेश ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया सबसे कठिन टीम होगी. दबाव के क्षणों में वह बेहतरीन प्रदर्शन करती है और हम उसे हर हालत में हराना चाहेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘हमारी टीम के पास अनुभवी युवा हैं जो मैच का पासा पलट सकते हैं. इस तरह के टूर्नामेंटों में ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमों को हराकर आत्मविश्वास बढ़ता है.’ भारतीय टीम में कई युवा और अनुभवी खिलाड़ी है जबकि ऑस्ट्रेलिया के पास भी युवा टीम है.

भारतीय टीम के कोच रोलंट ओल्टमेंस ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया के पास नई टीम, नया कोचिंग स्टाफ और कुछ अनुभवी खिलाड़ी हैं. हम तीसरे मैच में उनसे खेलेंगे. लिहाजा पहले दो मैच में उनका प्रदर्शन देख सकते हैं और उसी के मुताबिक रणनीति बना सकते हैं.’ भारतीय टीम ने 40 दिन के कैंप में हिस्सा लिया जिसमें रोज पांच से छह घंटे गहन अभ्यास होता था.

भारतीय हॉकी टीम के ओल्टमंस का मानना है कि आगामी सुल्तान अजलन शाह कप से पता चलेगा कि भारतीय टीम कहां ठहरती है जिसने खेल के मानसिक और शारीरिक पहलू पर काफी मेहनत की है.

ओल्टमंस ने कहा, ‘सत्र की अच्छी शुरुआत जरूरी है. लेकिन मेरे लिए अंत भी अहम है जो अच्छा होना चाहिए. इस टूर्नामेंट से पता चल जाएगा कि हमने कितनी तरक्की की है और कहां सुधार की गुंजाइश है.’ भारत का सामना ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, न्यूजीलैंड, जापान और मेजबान मलेशिया से होगा.

ओल्टमंस ने कहा, ‘हमने जान बूझकर 40 दिन का शिविर रखा. मैं चाहता था कि हरेक पहलू पर गहन अभ्यास किया जाए और खिलाड़ियों का आपसी तालमेल भी बेहतरीन हो.’ भारत 29 अप्रैल को ब्रिटेन से पहला मैच खेलेगा.