view all

सुल्तान अजलन शाह कप हॉकी: मलेशिया से हार कर भारत फाइनल की दौड़ से बाहर

तीसरे स्थान के मैच के लिए भारत का मुकाबला न्यूजीलैंड से होगा

Bhasha

उम्मीद नहीं थी, लेकिन भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा. लचर प्रदर्शन से वो अपने से निचली रैंकिंग वाली मलेशिया से एक गोल से हारकर सुल्तान अजलन शाह कप टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने में नाकाम रही.

भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए दो गोल से जीत दर्ज करनी थी. ब्रिटेन ने सुबह न्यूजीलैंड को 3-2 से हराया. लेकिन भारतीय टीम अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर सकी और 1-0 से हार गई.


पांच मैचों में सात अंक लेकर भारत शनिवार को कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले में न्यूजीलैंड से खेलेगा. खिताबी मुकाबला गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन के बीच होगा. भारत अगर दो गोल से जीत जाता तो ब्रिटेन कांस्य पदक का मुकाबला खेलता. मलेशिया ने हालांकि जबर्दस्त खेल का प्रदर्शन करके भारत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.

वहीं एक अन्य मैच में 16वीं रैंकिंग वाली जापानी टीम ने विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से हराकर टूर्नामेंट का सबसे बड़ा उलटफेर कर दिया. ऑस्ट्रेलिया हालांकि बेहतर गोल औसत के आधार पर शीर्ष पर बना हुआ है.

ऑस्ट्रेलिया नौ बार अजलन शाह कप जीत चुका है जबकि ब्रिटेन 23 साल बाद फाइनल में पहुंचा है. ब्रिटेन ने 1994 में एक बार खिताब जीता था.

भारतीय स्ट्राइकर मलेशिया के डिफेंस को भेद नहीं सके. वहीं मलेशिया ने भारतीय सर्कल में शुरुआती हमले बोले. मलेशिया को नौवें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन भारत के वीडियो रेफरल पर फैसला बदल दिया गया.

पहले क्वार्टर में खराब प्रदर्शन के बाद भारत ने दूसरे क्वार्टर में तीन पेनल्टी कॉर्नर बनाए. लेकिन मलेशियाई गोलकीपर सुब्रह्मण्यम कुमार ने भारत को कामयाबी हाथ नहीं लगने दी. भारत ने सर्कल में पहली बार प्रवेश 16वें मिनट में किया जिससे उसे पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला. रूपिंदर पाल सिंह की फ्लिक को गोलकीपर सुब्रह्मण्यम कुमार ने बचा लिया.। भारत को दूसरा पेनल्टी कॉर्नर सफल वीडियो रेफरल पर मिला लेकिन बाद का पेनल्टी कॉर्नर गंवा दिया जब मलेशिया का रेफरल कामयाब रहा.

दूसरे हाफ में मलेशिया को दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन गोल नहीं हो सका. दूसरे हाफ में भारत ने बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन स्ट्राइकर सही निशाना नहीं लगा सके. मलेशिया ने 50वें मिनट में शाहरिल साबान के पेनल्टी कॉर्नर पर किए गए गोल की मदद से बढ़त बना ली. भारतीय टीम तमाम प्रयासों के बावजूद कोई गोल नहीं कर सकी.