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साल के पहले दिन सोमदेव देववर्मन ने कहा- अलविदा...

2012 से लगातार कंधे की चोट से परेशान थे भारतीय टेनिस स्टार

FP Staff

साल के पहले ही दिन भारतीय टेनिस स्टार सोमदेव देववर्मन ने चौंकाने वाली घोषणा की है. उन्होंने प्रोफेशनल टेनिस से रिटायर होने का फैसला कर लिया है. सोमदेव करीब एक दशक से भारत के बेस्ट सिंगल्स खिलाड़ी माने जाते रहे हैं. उन्होंने चेन्नई ओपन में हिस्सा न लेने का फैसला किया था. लेकिन इस बाद अब प्रोफेशनल टेनिस जगत को ही विदा कहने का फैसला किया है.

सोमदेव को 2011 में अर्जुन पुरस्कार के लिए चुना गया. उन्होंने अपने ट्विटर पेज पर कहा है, ‘2017 की शुरुआत में नए तरीके से करते हुए प्रो टेनिस से रिटायरमेंट ले रहा हूं. इतने वर्षों तक मेरा साथ देने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया.’


 

सोमदेव का आना भारतीय टेनिस में बड़ा सुखद था, जहां हमेशा सिंगल्स खिलाड़ियों को अभाव रहा है. लेकिन सोमदेव उन क्षमताओं के साथ प्रदर्शन नहीं कर सके, जिसकी उम्मीद थी. हालांकि इसमें अहम भूमिका चोट की रही. सोमदेव लगातार चोट से जूझते रहे.

सोमदेव करीब दो साल पहले अपना आखिरी मैच खेले थे. तब एफ10 फ्यूचर्स इवेंट में सेबेस्टियन फेंसेलो के खिलाफ उन्हें 3-6, 2-6 से हार झेलनी पड़ी थी. सोमदेव ने 2008 में डेविस कप में आगाज किया. उसके बाद से लगातार वो भारत के सिंगल्स अभियान का नेतृत्व करते रहे हैं. उन्होंने 14 रबर में भारत का प्रतिनिधित्व किया. इस दौरान सोमदेव ने चेक गणराज्य के जिरी वेसली और सब्रिया के डूसन लायोविच जैसे खिलाड़ियों को हराया. 2010 में भारत वर्ल्ड ग्रुप में पहुंचाने में सोमदे का बड़ा रोल रहा.

2009 में सोमदेव चेन्नई ओपन और 2011 में साउथ अफ्रीका ओपन के फाइनल में पहुंचे थे. 1998 में लिएंडर पेस के टुअर इवेंट जीतने के बाद किसी भारतीय का सिंगल्स में यह बेस्ट प्रदर्शन है.

31 साल के सोमदेव 2012 से लगातार कंधे की चोट से जूझते रहे. उन्होंने वापसी भी की. लेकिन उसके बाद कभी लगातार नहीं खेले. उम्मीद की जा रही है कि सोमदेव कोचिंग से जुड़ेंगे. उनके डेविस कप टीम से जुड़ने की भी उम्मीद की जा रही है.