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आईओए चुनाव : रामचंद्रन ने किया चुनाव न लड़ने का फैसला, विपक्षी खेमे का रास्ता साफ

अलग-थलग पड़े रामचंद्रन ने पत्र लिखकर आईओए को बताया अपना फैसला

Shailesh Chaturvedi

पिछले दिनों पूरी तरह अलग-थलग पड़ गए भारतीय ओलिंपिक संघ यानी आईओए के अध्यक्ष एन. रामचंद्रन ने अब चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. उनके पास इस फैसले के अलावा और कोई विकल्प भी नहीं बचा था. आईओए महासचिव राजीव मेहता खेमे ने पिछले दिनों एन. रामचंद्रन का जमकर विरोध किया था. यहां तक कि वार्षिक आम बैठक यानी एजीएम को भी चेन्नई से दिल्ली शिफ्ट करवाने में कामयाब रहे थे. उसके बाद रामचंद्रन के लिए तय हो गया था कि वो अब अध्यक्ष नहीं बन सकते.

रामचंद्रन ने आधिकारिक तौर पर अपने फैसले से आईओए को अवगत करा दिया है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि उनकी उम्र 70 के करीब पहुंच रही है. वो अगर चुनाव जीतते हैं, तो अगले चार साल के कार्यकाल में 70 की उम्र पार कर जाएंगे. 69 साल के रामचंद्रन ने लिखा है कि आईओए और इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी यानी आईओसी की गाइडलाइंस के मुताबिक 70 की उम्र के बाद चुनाव नहीं लड़ा जा सकता. इसलिए वो चुनाव न लड़ने का फैसला कर रहे हैं.


हालांकि आईओए और आईओसी की गाइडलाइंस में साफ है कि 70 की उम्र से पहले अगर कोई चुना जाता है, तो वो अपना कार्यकाल पूरा कर सकता है. लेकिन उन्हें समझ आ गया कि किसी भी हालत में वो चुनाव नहीं जीत सकते. इसलिए रामचंद्रन ने चुनाव से अलग रहने का फैसला किया है. रामचंद्रन के इस फैसले ने ताकतवर श्रीनिवासन और रामचंद्रन खेमे का भारतीय खेलों पर अधिकार खत्म कर दिया है. एन. श्रीनिवासन बीसीसीआई अध्यक्ष रहे थे. वो रामचंद्रन के भाई हैं.

इससे पहले, चेन्नई में हुई बैठक में 21 कार्यकारी काउंसिल और 13 एसोसिएट मेंबर इकट्ठा हुए थे. उस मीटिंग में साफ हो गया था कि रामचंद्रन के खिलाफ खेमा बन चुका है और उनको हटाया जाना तय हो चुका है. उस मीटिंग के बाद रामचंद्रन ने कहा था कि चुनाव लड़ने या न लड़ने का फैसला वह कुछ दिनों में करेंगे.

नरिंदर बत्रा लड़ सकते हैं अध्यक्ष पद का चुनाव

हॉकी इंडिया के पूर्व अध्यक्ष नरिंदर बत्रा लगातार रामचंद्रन का विरोध कर रहे थे. माना जा रहा है कि राजीव मेहता के नेतृत्व में विरोध के पीछे उनका ही हाथ था. माना जा रहा है कि बत्रा आईओए अध्यक्ष बनना चाहते हैं. उनके इस कदम का रामचंद्रन खेमा लगातार विरोध करता रहा है. रामचंद्रन के समर्थक कहते रहे हैं कि आईओए के संविधान के तहत बत्रा अध्यक्ष नहीं बन सकते. हालांकि बत्रा इससे इनकार करते हैं.

आईओए के चुनाव 14 दिसंबर को होने हैं. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 नवंबर है. 3 दिसंबर तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं. इसी दिन चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी. अध्यक्ष, महासचिव, कोषाध्यक्ष और वरिष्ठ उपाध्यक्ष के एक-एक पद होते हैं. उसके अलावा आठ उपाध्यक्ष, छह संयुक्त सचिव, दस कार्यकारी काउंसिल सदस्य और एक एथलीट कमीशन के लिए प्रतिनिधि चुना जाता है. सभी पदों पर चुनाव होंगे. सीक्रेट मतदान होता है और उसी दिन चुनाव का फैसला आ जाता है. एसके मेंदीरत्ता रिटर्निंग ऑफिसर हैं. इलेक्शन कमीशन में आरएस सोढी, एमआर कल्ला और एसएम सप्रा शामिल हैं.