प्रो कबड्डी के पांचवें सीजन में अब तक एक महीना पूरा हो चुका है. यह अबतक का सबसे लंबा सीजन है जो तीन महीने तक चलना है. इस सीजन में चार टीमें लीग से जुड़ी. हर टीम ने अबतक अच्छा प्रदर्शन किया. इस सीजन में अबतक बहुत कम एकतरफा मुकाबले देखने को मिले हैं. इस बात से यह साबित होता है कि मुकाबला कितना कड़ा है. हम आपको बता रहे हैं इस सीजन की टॉप पांच टीमों के बारे में
गुजरात फॉरच्यूनजायंट्स
प्रो कबड्डी लीग के पांचवें चरण में चार नई टीम में से एक गुजरात को शुरू से ही खतरनाक समझा जा रहा था. टीम के प्रदर्शन ने इसे सही साबित किया है. गुजरात ने ईरानी फजल अत्रराचली को अपनी प्राथमिकता समझा और ये उनके लिए सही साबित हुआ. फजल और अबोजर की डिफेंस जोड़ी ने टॉप टीमें की नाक में दम कर रखा है. पूर्व यू मुम्बा के डिफेंडर सुनील कुमार और तेलुगु टाइटन्स रेडर सुकेश हेगड़े को भी गुजरात ने खरीदा था. टीम के कप्तान सुकेश हेगड़े बेहतरीन रेडर दोनों की ही भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं. गुजरात की टीम जोन ए में पहले स्थान पर है. टीम ने 10 मैचों में से 7 में जीत हासिल की है.
यूपी योद्धा
यूपी योद्धा ने प्रो कबड्डी की सबसे महंगी बोली लगाते हुए 93 लाख में नितिन तोमर को टीम से जोड़ा था. टीम को इसका फायदा भी मिल रहा है. नितिन की कप्तानी में टीम ने अबतक शानदार प्रदर्शन किया है. नितिन 11 मैचों में 69 रेड अंक हासिल कर चुके हैं. जीवा कुमार टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं. जीवा लेफ्ट और राइट दोनों कार्नर से डिफेंड करते नजर आ रहे हैं. वह अब तक इस सीजन में 25 शिकार कर चुके हैं. विपक्षी रेडरों को बेहद बेहद परेशान करते नजर आए हैं. यूपी योद्धा ने इस सीजन में 11 मैच खेले हैं जिसमें उसे 4 में जीत मिली है और वह जोन बी में पहले स्थान पर है.
पटना पाइरेट्स
मौजूदा चैंपियन पटना ने इस सीजन में भी अपना दम दिखाया है. टीम की सबसे बड़ी ताकत है उनके रेडर और कप्तान प्रदीप नरवाल. प्रदीप 7 मैचों में 83 रेड अंक है वह इस समय टॉप रेडर हैं. पिछले साल उन्होंने ‘मोस्ट वैल्युएबल प्लेयर’ का खिताब जीता था. मोनू गोयत ने भी इस सीजन में उनका साथ दिया है. वह अपनी फ्लेक्सीबिलीटी के लिए प्रसिद्ध हैं और रेडिंग में यह टीम की ताकत बनी है. इस वक्त पटना 7 मैचों में 4 जीत के साथ दूसरे स्थान पर है. 27 अंक है पटना के साथ.
बंगाल वॉरियर्स
लीग के पहले सीजन से ही कोरियाई खिलाड़ी जांग कुन ली के हाथों में टीम की कमान थी. ली इस बार कप्तान तो नहीं थे लेकिन रेडिंग के मामले में उन्होंने टीम का बखूबी साथ निभाया है. दर सिंह को बंगाल वॉरियर्स ने 45 लाख रुपए में खरीदा था. वह भी टीम की एक मजबूत कड़ी हैं जो रेडिंग में टीम को संभालते नजर आते हैं. सुरजीत टीम के डिफेंस को मजबूत करने के साथ एक दमदार नेतृत्व दिया है. बंगाल की टीम ने 8 मैचों में 4 मैच जीते हैं. वह इस वक्त 27 अंको के साथ जोन बी में तीसरे स्थान पर हैं.
पुणेरी पलटन
इस सीजन में मजबूत टीम बनकर उभरी पुणेरी पलटन. दीपक निवास हूडा के अलावा टीम में राजेश मोंडल और मोनू गोयत भी रेड की कमान संभाले है. टीम को डिफेंस में धर्मराज चेरालाथन के अनुभव का फायदा मिल रहा है. पुणेरी पलटन जोन ए में दूसरे स्थान पर है. अब तक खेले गए 7 मुकाबलों में से उसने 5 में जीत हासिल की है.
रैंक | टीम | मैच | जीत | हार | अंक |
1 | गुजरात फॉरच्यूजायंट्स | 10 | 7 | 1 | 41 |
2 | यूपी योद्धा | 11 | 4 | 5 | 30 |
3 | पटना पाइरेट्स | 7 | 4 | 1 | 27 |
4 | बंगाल वॉरियर्स | 8 | 4 | 2 | 27 |
5 | पुणेरी पलटन | 7 | 5 | 2 | 26 |