दो बार की विंबलडन चैंपियन पेत्रा क्वितोवा पर चाकू से हमला किया गया है. हमला उनके घर पर किया गया. क्वितो के प्रवक्ता कैरेल तेकल ने कहा कि क्वितोवा के बाएं हाथ में घाव हुआ है. उनका इलाज डॉक्टर कर रहे हैं. पुलिस ने इस हमले की पुष्टि की है और कहा है कि हमलावर पकड़ा नहीं जा सका है.
क्वितोवा पर हमले ने 23 साल पहले मोनिका सेलेस पर हुए हमले की याद ताजा कर दी. हालांकि वो हमला स्टेफी ग्राफ के एक प्रशंसक ने किया था. तेकल ने कहा कि लूटपाट के इरादे से क्वितोवा पर हमला मंगलवार की सुबह किया गया है. द गार्डियन डॉट कॉम के मुताबिक हमला चेक गणराज्य के पूर्वी हिस्से के शहर प्रोस्तेयोव में हुआ है. उन्होंने कहा कि क्वितोवा को लगी चोट जानलेवा नहीं है.
फेसबुक पेज पर क्वितोवा ने भी अपना बयान जारी किया है. उन्होंने चेक रिपब्लिक के फेडरेशन कप टीम पेज पर बयान दिया है कि जो हुआ, वो सुखद नहीं था. लेकिन अब ये बीती बात है. मेरे लिए अब जरूरी है कि डॉक्टर मेरे हाथ के बारे में क्या कहते हैं. मुझे उन पर भरोसा है. वे मान रहे हैं कि सब ठीक हो जाएगा.
पुलिस के अनुसार स्थानीय समय से सुबह साढ़े आठ बजे 26 वर्षीय एक महिला पर हमला हुआ है. हमलावर घर में घुसा था. माना जा रहा है कि हमलावर करीब 35 साल के आसपास का है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
क्वितोवा ने 2011 और 2014 में विंबलडन खिताब जीता था. पैर की चोट के कारण उन्होंने अगले महीने हॉपमैन कप से अपना नाम वापस ले लिया था.
हर किसी को याद होगा कि अप्रैल 1993 में मोनिका सेलेस पर हमला हुआ था. हैम्बर्ग में एक टूर्नामेंट के दौरान एक व्यक्ति ने उन्हें पीठ पर चाकू मार दिया था. बाद में उसने खुद को स्टेफी ग्राफ का फैन बताया था और कहा था कि सेलेस की कामयाबी की वजह से उसने चाकू मारा. सेलेस 27 महीने बाद वापसी कर पाई थीं. यूएस ओपन के फाइनल में जरूर पहुंची थीं, लेकिन कभी वो पहले जैसी खिलाड़ी नहीं हो सकीं.