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जूनियर विश्व कप हॉकी : एफआईएच ने पाकिस्तान को हटाया

पाकिस्तान फेडरेशन ने एफआईएच और भारत को दोषी ठहराया

FP Staff

अंतरराष्ट्रीय हॉकी फेडरेशन (एफआईएच) के मुताबिक पाकिस्तान की जूनियर पुरुष टीम आठ दिसंबर से होने वाली जूनियर विश्व कप हॉकी टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं होगी. टूर्नामेंट लखनऊ में होना है. एफआईएच के मुताबिक उन्होंने पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन से बात की और उनसे सारी  औपचारिकताएं पूरी करने को कहा गया, लेकिन उन्होंने वीजा के लिए देर से अप्लाई किया. इन सारी बातों को देखते हुए पाकिस्तान को हटा दिया गया है. मलेशिया को उनकी जगह दी गई है.

दिलचस्प है कि एफआईएच के फैसले से एक दिन पहले पाकिस्तान के अखबारों में खबरें थीं कि टीम भारत जाने को तैयार है और उसने काफी दिन पहले वीजा के लिए अप्लाई कर दिया है. पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन के सचिव शाहबाज अहमद ने पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन न्यूज से कहा कि ये फैसला पहले से तय था.


अपने समय के बेहतरीन खिलाड़ी शाहबाज ने कहा, ‘पाकिस्तान ने शेड्यूल के मुताबिक सारे काम किए. अगर डेडलाइन से पहले पाकिस्तान टीम को भारत ने वीजा जारी नहीं किया, तो इसके लिए वो जिम्मेदार हैं. हमारी सरकार ने समय से (19 नवंबर) एऩओसी दे दिया था कि खिलाड़ी टूर्नामेंट में हिस्सा ले सकते हैं. लेकिन यह दुखद है कि हमारे खिलाड़ियों को जूनियर वर्ल्ड कप में नहीं खेलने दिया जा रहा.’

हालांकि दिलचस्प  बात ये है कि एफआईएच अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने चुनाव जीतने के बाद अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में बताया था कि डेडलाइन 17 नवंबर की है. ऐसे में खुद पीएचएफ का ये कहना कि सरकार से मंजूरी 19 नवंबर को मिली थी, मामला साफ कर देती है. शाहबाज ने कहा कि हमने अपने खिलाड़ियों के लिए ट्रेनिंग कैंप लगाया. ऐसे में हम क्यों चाहेंगे कि टूर्नामेंट न खेलें. शाहबाज ने कहा, ‘मैं उम्मीद कर रहा था कि एफआईएच का फैसला पाकिस्तान के खिलाफ जाने वाला है.’ एफआईएच अध्यक्ष भारतीय हैं. ऐसे में शाहबाज के बयान को इससे जोड़कर देखा जा सकता है. हालांकि पाकिस्तान ने हाल में हुए एफआईएच चुनाव में नरिंदर बत्रा के पक्ष में वोट किया था.

दूसरी तरफ एफआईएच की आधिकारिक विज्ञप्ति मे कहा गया है कि पाकिस्तान ने डेडलाइन के बाद वीजा के लिए आवेदन दिया था. इसके अलावा, कई बार याद दिलाए जाने और बातचीत के बावजूद होटल के लिए भी तय समयसीमा में कोई जवाब नहीं आया. पीएचएफ ने इस बात को भी साफ नहीं किया कि उनकी टीम लखनऊ आने में कामयाब होगी. जबकि इवेंट शुरू होने में बहुत कम समय बचा है.

एफआईएच के अनुसार, ‘हमारा अपने पार्टनर्स के साथ अनुबंध है कि तय मैच खेले जाएंगे. कुछ ही दिन बाद इवेंट शुरू होना है. हमें लखनऊ में पूरी 16 टीमों की जरूरत है. इसलिए फैसला लिया जाना जरूरी था.’