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सिंधु ने जीता चाइना ओपन खिताब सुपरसीरीज खिताब

ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधु का यह पहला सुपर सीरीज खिताब है...

FP Staff

फुझोऊ: चाइना ओपन को जैसे चीनी खिलाड़ियों के लिए ही जाना जाता है. तीस साल के इतिहास में यहां हमेशा चीन का दबदबा रहा है. उस दबदबे को तोड़ने का काम अगर किसी ने किया है, तो वो भारतीय ही है. एक बार फिर भारतीय ने ही चीनी दबदबे को तोड़ा.

पीवी सिंधु ने चाइना ओपन बैडमिंटन में चीन की सुन यू को हराकर खिताब जीत लिया. सिंधु ने भले ही ओलिंपिक पदक जीत लिया हो, लेकिन यह उनका पहला सुपर सीरीज खिताब है. सातवीं वरीयता प्राप्त सिंधु ने मुकाबला 21-11, 17-21, 21-11 से जीता. उनकी विपक्षी खिलाड़ी को आठवीं वरीयता हासिल थी. संघर्ष भरा यह मुकाबला 69 मिनट चला.


सिंधु ने पहला गेम सिर्फ 17 मिनट में जीत लिया. उन्होंने दूसरे गेम में भी 14-10 की बढ़त बना ली थी. लेकिन स्थानीय खिलाड़ी सुन ने वापसी की और लगातार छह अंक जीते. उन्होंने 21-17 से गेम जीतते हुए मुकाबले में बराबरी पा ली. सिंधु ने आखिरी गेम में पूरी तरह नियंत्रण बनाया. बड़े शांत भाव से खेलते हुए उन्होंने मुकाबला 21-11 से जीत लिया. रियो ओलिंपिक के बाद दो टूर्नामेंट के दूसरे राउंड में बाहर होने के बाद सिंधु के हिस्से खिताबी जीत आई है.

टूर्नामेंट के तीस साल के इतिहास में सिंधु सिर्फ तीसरी गैर चीनी खिलाड़ी हैं, जिसने खिताब जीता है. 21 साल की सिंधु से पहले मलेशिया की वोंग म्यू चू 2007 में जीती थीं. 2014 में सायना नेहवाल ने खिताब जीता था. पुरुष वर्ग में भी यह खिताब एक भारतीय जीत चुका है. किदांबी श्रीकांत ने खिताब जीता था.

टूर्नामेंट में सिंधु ने लगातार संघर्ष भरे मुकाबले जीते हैं. पिछले मैच में भी उन्होंने चार मैच पॉइंट बचाकर जीत दर्ज की थी. दूसरी तरफ सुन यू ने फाइनल से पहले टूर्नामेंट में कोई गेम नहीं हारा था. उनके लिए दुर्भाग्य का सिलसिला इस लिहाज से भी जारी है, क्योंकि साल में वह छठा फाइनल हारी हैं.