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आखिर क्यों विंबलडन में फेडरर-नडाल के फाइनल को भी जल्द खत्म कराना चाहेंगे इंग्लैंड के दर्शक!

अगर इंग्लैंड की टीम फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में भी पहुंचती है तब भी विंबलडन के फाइनल का वक्त नहीं बदलेगा

AFP

आने वाली 15 जुलाई का में खेलों के लिहाज से बेहद अहम हो गया है. इस दिन फीफा वर्ल्ड कप के विजेता को निर्धारित करने वाला फाइनल मुकाबला खेला जाएगा, लेकिन इंग्लैंड के खेल प्रेमी अजब दुविधा में हैं. इसकी वजह है कि इस दिन और लगभग उसी वक्त विंबलन का फाइनल मुकाबला भी खेला जाना है. इंग्लैंड की फुटबॉल टीम 1990 के बाद पहली बार सेमीफाइनल पहुंची है और बुधवार को क्रोएशिया के खिलाफ फाइनल का टिकट हासिल करने उतरेगी.

ऑल इंग्लैंड क्लब के प्रमुख ने कहा कि फुटबॉल वर्ल्ड कप के खिताबी मुकाबले और विंबलडन मेंस सिगल्स के फाइनल के बीच समय का संभावित टकराव होने के बावजूद यह मैच अपने पारंपरिक समय पर ही शुरू होगा.


रविवार को मेंस सिंगल्स का फाइनल स्थानीय समयानुसार दोपहर दो बजे (इंटरनेशनल समयानुसार दोपहर एक बजे) शुरू होगा जबकि वर्ल्ड कप का फाइनल मॉस्को में ब्रिटिश समयानुसार शाम चार बजे (इंटरनेशनल समयानुसार दोपहर तीन बजे) शुरू होगा.

इसे देखते हुए विंबलडन के आयोजकों पर मैच के समय में बदलाव करने का काफी दबाव बढ़ गया है क्योंकि ब्रिटिश फुटबॉल प्रेमियों का मानना है कि ब्रिटेन के फाइनल में पहुंचने पर उन्हें दोनों फाइनल का समय टकराने से दिक्कत होगी.

ऑल इंग्लैंड क्लब के मुख्य कार्यकारी रिचर्ड लुई ने कहा है , ‘ हमने दोपहर दो बजे का ही समय बनाए रखने का फैसला किया है. इस साल यही समय होगा, अगले साल भी यही समय होगा.’

इंग्लैंड बुधवार को विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल मैच में क्रोएशिया से भिड़ेगा. अगर इंग्लैंड रविवार को होने वाले फाइनल में पहुंचता है और संभव है कि विंबलडन में मेंस का मुकाबला तब तक खत्म ना हो खासकर अगर मैच रोजर फेडरर एवं राफेल नडाल के बीच होता है तो इंग्लैंड के खेलप्रेमी निराश हो सकते हैं.

दस साल पहले 2008 में  दोनों दिग्गजों के बीच हुए फाइनल में नडाल ने फेडरर को पांच सेट में खिंचे ऐतिहासिक मुकाबले में हराया था. तब मैच चार घंटे 48 मिनट तक चला था.