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शॉटपुट एथलीट इंदरजीत को राहत, डोपिंग के आरोप से हुए बरी...

रियो ओलिंपिक से ठीक पहले डोपिंग में फंसे इंदरजीत पर लगा था चार साल का बैन

FP Staff

साल 2016 में अपने बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत रियो ओलिंपिक 2016 में मेडल की उम्मीद बने शॉटपुट एथलीट इंदरजीत के डोपिंग में फंसने हर कोई हैरान था. नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी यानी नाडा के टेस्ट पकड़े गए इंदरजीत सिंह रियो ओलिंपिक में तो भाग ले ही नहीं सके और उनपर चार साल की पाबंदी भी लगी.

इस पाबंदी के दो साल बार इंदरजीत के लिए राहत की खबर आई हैं. नाडा के हियरिंग पैनल ने उन्हें बेकसूर मानते हुए उनपर से पाबंदी हटा ली है. हालंकि नाडा या या इंटरेनशनल एथलेटिक्स फेडरेशन इस फैसले के खिलाफ कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स यानी कैस में अर्जी दे सकते हैं लेकिन वहां फैसला होने तक इंदरजीत फिर से खेल सकते हैं. यानी अब टोक्यो ओलिंपिक 2020 के लिए उनका रास्ता साफ हो गया है.


दरअसल इंदरजीत को सबूतों के अभाव में डोपिंग के आरोप से बरी किया गया है. विभा मखीजा की अध्यक्षता वाले पैनल के सामने नाडा को साबित करना था कि हैदराबाद में लिया गया इंदरजीत का सैंपल 150 मिलीलीटर था लेकिन जब वह लैब में पहुचा तह वह 120 मिलीलीटर का हो गया. तमाम तर्कों के बावजूद नाडा इसकी संतोषजनक वजह नहीं बता सका लिहाजा इंदरजीत को क्लीन चिट मिल गई.

हरियाणा के भिवानी के एथलीट इंदरजीत सिंह का प्रदर्शन रियो ओलिंपिक से पहले शानदार रहा था और उन्होंने एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया था.